रोम (Rome)। जजों के फैसले पर कभी सवाल नहीं उठाना चाहिए, लेकिन कई बार ऐसे अजीबोगरीब निर्णय (Strange decisions) होते हैं कि सुनकर गुस्सा आ जाता है. ऐसा ही एक फैसला इटली से आया है, जिसे जानकर आपका खून खौल उठेगा. वहां जज ने 17 साल की लड़की से छेड़छाड़ (Teasing) करने शख्स को सिर्फ इसलिए बरी कर दिया, क्योंकि उसने छेड़छाड़ 10 सेकेंड से कम समय तक किया था. इस फैसले के विरोध में लड़कियां उतर आई हैं. वे छेड़छाड़ जैसे वीडियोज शेयर कर रही हैं, जिसमें 10 सेकेंड से भी कम समय है. पूरी इटली में इसे लेकर खूब हंगामा है।
इटली में यहां के लोग एक स्थानीय अदालत के उस फैसले की निंदा कर रहे हैं। जिसमें एक स्कूल के चौकीदार को 17 वर्षीय छात्रा के साथ छेड़छाड़ करने के यौन उत्पीड़न के आरोप से बरी कर दिया गया क्योंकि उसका यह कृत्य केवल पांच से दस सेकंड तक ही चला था।
राजधानी रोम के अलावा कई शहरों के लोग कोर्ट के फैसले के खिलाफ अलग-अलग तरीके से विरोध जता रहे हैं। लोगों ने टिकटॉक और अन्य सोशल मीडिया प्लेटफार्म्स पर ऐसे वीडियो पोस्ट किए, जिसमें वे कैमरे को देखते और सीधे 10 सेकंड के लिए अपने अंतरंग अंगों को छूते नजर आते हैं। इसके पीछे उनका मकसद सिर्फ यह दिखाना है कि अपराध अपराध होता है, गलत नीयत से किसी को छूना अपराध है इसमें कोई टाइम बाउंड नहीं होता है।
इस केस में स्कूली छात्रा अब बालिग हो चुकी है. कोर्ट के फैसले के विरोध में उसे जबरदस्त समर्थन मिल रहा है. इटली के तमाम सेलिब्रेटी भी छात्रा के फेवर में वीडियो पोस्ट कर रहे हैं. सोशल मीडिया इंफ्लुएंसर भी उसके साथ हैं. कुछ पॉपुलर चेहरों की बात करें तो इनमें चियारा फेरग्नी, पाओलो कैमिली और टिकटॉकर फ्रांसेस्को सिस्कोनेटी भी शामिल हैं।
सिस्कोनेटी ने कहा, ‘यह कौन तय करता है कि 10 सेकंड से कम का समय छेड़छाड़ के दायरे में नहीं आता है? जब आपको परेशान किया जा रहा हो तो सेकंड कौन गिनता है? किसी भी पुरुष को महिलाओं की बिना मर्जी के उनका शरीर छूने का अधिकार नहीं है, एक सेकंड के लिए भी नहीं और 5 या 10 सेकेंड के लिए भी नहीं।
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