इंदौर। इंदौर (Indore) की विश्व प्रसिद्ध चाट चौपटियों (World Famous Chaat Chowpady) सराफा (Sarafa) और 56 दुकान (Shop) को क्लीन स्ट्रीट फूड हब (Clean Street Food Hub) का दर्जा मिल सकता है। इसके लिए फूड सेफ्टी एंड स्टैंडर्ड अथॉरिटी ऑफ इंडिया (Food Safety and Standard Authority of India) द्वारा गठित एक टीम बुधवार को ऑडिट करने इंदौर पहुंची है। टीम ने बुधवार रात को सराफा चौपाटी (Sarafa Chowpady) का सर्वे किया, वहीं आज सुबह से टीम ने 56 दुकान पर सर्वे शुरू किया है। ‘भोग’ योजना के तहत टीम द्वारा शुक्रवार को खजराना गणेश मंदिर पर भी सर्वे किया जाएगा।
अगर टीम सभी मापदंडों पर इन सभी स्थानों को खरा पाती है तो इंदौर को यह तमगे मिल सकेंगे। इन योजनाओं के तहत एफएसएसएआई द्वारा थर्ड पार्टी से ऑडिट के माध्यम से साफ-सफाई, हाईजीन, शुद्धता, कचरे का सही निपटान और बेहतर व्यवस्था के अलग-अलग पैमानों पर अंक देते हुए सर्वे करवाया जाता है। जिला प्रशासन और खाद्य सुरक्षा अधिकारियों ने बताया कि जनवरी 2019 में इंदौर की 56 दुकान को क्लीन स्ट्रीट फूड हब और खजराना मंदिर को भोग योजना के तहत चयनित करते हुए यह दर्जा दिया था। हर दो साल में इसका रिन्युअल होता है, जिसमें टीम दोबारा ऑडिट करती है और अगर सबकुछ सही पाती है तो दर्जा बरकरार रहता है, अन्यथा वापस ले लिया जाता है।
महामारी के चलते अटक गया था सराफा का परिणाम
अधिकारियों ने बताया कि सराफा नाइट चौपाटी का इस योजना के तहत 2020 की शुरुआत में ऑडिट हुआ था, लेकिन कोरोना महामारी के चलते इसके परिणाम जारी नहीं हो पाए थे। इसके बाद अब दोबारा सराफा चौपाटी ऑडिट हो रहा है और रात को टीम ने जब ऑडिट किया तो टीम व्यवस्थाओं से संतुष्ट नजर आई। हालांकि रिजल्ट आने में थोड़ा समय लगेगा। अगर सबकुछ सही रहा तो सराफा चौपाटी को भी यह दर्जा मिल सकता है।
खजराना में देखेंगे प्रसाद और व्यवस्थाओं की गुणवत्ता
टीम द्वारा शुक्रवार को भोग योजना के तहत खजराना मंदिर में बनने वाले प्रसाद और बाहर की दुकानों पर बिकने वाले प्रसाद और व्यवस्थाओं की जांच की जाएगी। सबकुछ सही होने पर भोग योजना के तहत मंदिर को दोबारा यह दर्जा मिलेगा। अधिकारियों ने बताया कि यह दर्जा मिलने से खाने-पीने और मंदिर की जानकारी राष्ट्रीय स्तर पर जारी की जाती है, जिससे पर्यटक भी आकर्षित होते हैं।
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