- सर्वे में सीहोर नगर में 143 स्थलों को किया गया चिन्हित
सीहोर। स्कूल ऑफ प्लानिंग एंड आर्किटेक्चर भोपाल के छात्रों द्वारा सीहोर नगर के हेरिटेज इमारतों एवं स्थलों का सर्वे कर रिपोर्ट तैयार की गई। इस रिपोर्ट में नगर की धरोहरों, स्थलों का चिन्हांकन कर उनके संधारण के संबंध में सुझाव दिए गए। इस सर्वे रिपार्ट को छात्रों द्वारा जिला पंचायत सभाकक्ष में पीपीटी तथा डिस्प्ले बोर्ड के माध्यम से प्रदर्शित किया गया। सीहोर नगर में 143 ऐतिहासिक, सांस्कृतिक, कलात्मक धरोहरों तथा स्थलों को चिह्नित किया गया है। इस अवसर पर कलेक्टर प्रवीण सिंह, एसपी मयंक अवस्थी एवं स्कूल ऑफ प्लानिंग एंड आर्किटेक्चर भोपाल की प्रोफेसर डॉ. विशाखा कावठेकर, प्रोफेसर रमेश भोले, अपूर्वा पिल्लई, श्रीमती मानसी अवस्थी सहित सर्वे दल के सभी छात्र उपस्थित थे। इस अवसर पर कलेक्टर ने सीहोर नगर के ऐतिहासिक धरोहरों, स्थलों पर किए गए इस सर्वे को बहुत महत्वपूर्ण बताते हुए कहा कि ऐतिहासिक, सांस्कृतिक, कलात्मक एवं धार्मिक महत्व की धरोहरें नगर का गौरव होती हैं।
कलेक्टर श्री सिंह ने सीहोर के शहीद स्थल और सिपाही बहादुर सरकार का उल्लेख करते हुए कहा कि इस स्थल का महत्व जलियांवाला बाग से कम नहीं है। जनरल ह्यूरोज की बर्बरता की कहानी दिल दहला देने वाली है। उन्होंने कहा कि शहीद स्थल को एक पवित्र स्थल के रूप में विकसित करने की योजना बनाई जा रही है ताकि मध्यप्रदेश या भोपाल आने वाले पर्यटक सीहोर भी आएं।
एसपी श्री अवस्थी ने कहा कि ऐसे कई ऐतिहासिक धरोहरों, स्थलों की जानकारी मिली है जिनके बारे में पहले से अवगत नहीं थे। उन्होंने कहा कि ऐतिहासिक धरोहरें हमें वास्तविकता से अवगत कराती हैं। उन्होंने कहा कि इन धरोहरों को सुरक्षित और संरक्षित रखने का प्रयास करना चाहिए। उन्होंने सीहोर नगर के अनेक स्थलों का उल्लेख करते हुए कहा कि यहां का गणेश मंदिर देश दुनिया मे प्रसिद्ध है। यहां आने वाले श्रद्धालुओं की बड़ी सं या को देखते हुए मंदिर के समुचित संरक्षण पर विचार किया जाना आवश्यक है। उन्होंने सर्वे दल के सभी छात्रों को शुभकामनाएं दी। कार्यक्रम के अन्त में कलेक्टर एवं एसपी ने स्कूल ऑफ प्लानिंग एंड आर्किटेक्चर भोपाल की प्राचार्य प्रोफेसर विशाखा काठवेकर को स्मृति चिन्ह भेंट किया।