नई दिल्ली: वर्ल्ड कप 2023 में टीम इंडिया की गाड़ी सरपट दौड़ रही है. 8 अक्टूबर से 12 नवंबर के बीच खेले अपने 9 के 9 मुकाबले भारत ने जीते हैं. मतलब जीत 9 और खाते में हार शून्य है. भारत ने 9वीं जीत नेदरलैंड्स को 160 रन से हराते हुए दर्ज की. और, इसी के साथ सेमीफाइनल मुकाबले से पहले भारत के अजेय होने पर भी मुहर लग गया. लेकिन, वर्ल्ड कप की पटरी पर ये जो विजय रथ की गाड़ी टीम इंडिया की दौड़ रही है, उसकी वजह क्या है? तो इसका जवाब भारतीय टीम की उस गाड़ी को दौड़ा रहे कमांडर रोहित शर्मा ने दिया है.
रोहित शर्मा ने नेदरलैंड्स को हराने के बाद वर्ल्ड कप में भारत की सफलता का राज खोला. उनकी बातों को सुनकर ऐसा लगा कि जैसे टीम इंडिया में ये दो रूल ना हो तो उसकी इस तरह से तो जीतना मुमकिन नहीं है. जाहिर है अब आपका माथा ठनका होगा और आप भारतीय टीम की जीत का फॉर्मूला बन चुके उन दो रूल के बारे में जानने को बेताब होंगे.
क्या ये दो बातें हैं टीम इंडिया के लिए ‘2 रूल’ की तरह?
रोहित शर्मा ने भारत की सफलता का राज खोलते हुए जो बातें कही, उसके मुताबिक दो बातों पर ध्यान जाता है, जो लगता है कि कहीं ना कहीं टीम इंडिया के लिए नियम की तरह भी है. पहली बात जो रोहित ने कही वो ये कि वो एक बार में एक ही मैच की सोचते हैं. और दूसरी बात वो ये कि हर खिलाड़ी को अपना रोल अच्छे से पता है. आप टीम इंडिया की सभी 9 जीत पलटकर देखेंगे तो उसमें मिली जीत में इन्हीं दो बातों का असर दिखेगा.
एक बार में एक ही मैच पर फोकस
अब जरा दोनों ही बातों को रोहित शर्मा ने जिस तरह से बताया है, एक-एक कर वो जान लीजिए. रोहित ने एक बार में एक मैच की बात की. उन्होंने कहा कि जब से टूर्नामेंट शुरू हुआ है, हमारे लिए जो मेन चीज रही वो यही कि हम एक बार में एक ही मैच के बारे में सोचेंगे. हमने बहुत आगे की देखने की कोशिश नहीं की. हमने ऐसा इसलिए किया क्योंकि हम लगातार अलग वेन्यू और अलग कंडीशन में खेल रहे थे. इसलिए हमारे लिए उसके अनुसार ढलना होता था.
हर खिलाड़ी को अपने रोल का अंदाजा
अब आते हैं रोहित की कही दूसरी बात पर. टीम के हर खिलाड़ी को अपना रोल अच्छे से पता. टीम ने अब तक 9 मैचों में जिस तरह की क्रिकेट खेली है, उससे कप्तान होने के नाते रोहित शर्मा खुश हैं. उन्होंने माना कि ऐसा हम कर पा रहे हैं क्योंकि हर सिचुएशन और कंडीशन में हमारे अलग-अलग खिलाड़ी जीत के लिए खड़े दिख रहे हैं. ये एक टीम के नजरिए से बेहतर संकेत है.
9-0 ठीक, पर आगे हारना नहीं है!
9-0. ये फीगर देखने और सुनने में अच्छा लगता है. लेकिन, अब असली इम्तिहान है क्योंकि अब नॉकआउट होगा. टीम इंडिया का सेमीफाइनल में 15 नवंबर को न्यूजीलैंड से सामना है. और, इसमें हारना मना है. क्योंकि यहां पर हार उसकी पिछली 9 जीतों की मेहनत पर पानी फेर देगी. रोहित शर्मा के साथ साथ पूरी टीम इंडिया ये बात अच्छे से जानती है. ऐसे में जिन दो बातों को उन्होंने रूल की तरह खुद से चिपका रखा है, उसका सलीके से इस्तेमाल मुंबई के वानखेड़े मैदान पर भी जरूरी है, ताकि 19 नवंबर का अहमदाबाद का टिकट मिल सके.
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