नई दिल्ली। भारत और श्रीलंका के बीच दो टेस्ट मैचों की सीरीज का दूसरा और आखिरी मुकाबला बेंगलुरु में शनिवार (12 मार्च) से खेला जाएगा। टीम इंडिया सीरीज में 1-0 से आगे है। मोहाली में खेले गए पहले टेस्ट में उसने मेहमान टीम को पारी और 222 रन से हराया था। उससे पहले टी20 सीरीज में 3-0 से सफाया किया था। अब भारतीय टीम की नजर टेस्ट में भी क्लीन स्वीप करने पर है। अगर टीम इंडिया ऐसा कर पाने में सफल होती है तो उसके 90 साल के इतिहास में पहली बार एक नया रिकॉर्ड जुड़ेगा।
भारतीय टीम की नजर अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में लगातार 11वीं जीत पर होगी। उसने दक्षिण अफ्रीका में इस साल 23 जनवरी को वनडे मैच हारने के बाद के बाद से लगातार 10 मैच जीते हैं। पहले वेस्टइंडीज को तीन वनडे और तीन टी20 मैचों में हराया। उसके बाद श्रीलंका के खिलाफ तीन टी20 और एक टेस्ट मैच में जीत हासिल की। अगर भारतीय टीम बेंगलुरु टेस्ट जीत लेती है तो अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में उसकी 11वीं जीत होगी।
इसके अलावा टीम इंडिया की नजर लगातार दूसरी बार किसी भी फॉर्मेट में दो सीरीज जीतने पर होगी। टीम इंडिया अपने 90 साल के क्रिकेट इतिहास में कभी भी दो टीमों के खिलाफ लगातार दो या उससे अधिक फॉर्मेट की सीरीज में क्लीन स्वीप करने में सफल नहीं हुई है।
टीम इंडिया पहले वेस्टइंडीज के खिलाफ दो सीरीज (वनडे और टी20) के सभी मुकाबलों जीती थी। अब श्रीलंका के खिलाफ टी20 और टेस्ट सीरीज में क्लीन स्वीप कर सकती है। टी20 सीरीज को उसने पहले 3-0 से अपने नाम किया था। अब टेस्ट को 2-0 से जीतने की बारी है।
टीम इंडिया श्रीलंका के खिलाफ लगातार आठवीं जीत दर्ज करने के लिए उतरेगी। उसे पिछली बार 2015 में मिली थी। तब लंकाई टीम ने गॉल टेस्ट में 63 रनों से जीत हासिल की थी। उसके बाद दोनों टीमों के बीच नौ टेस्ट खेले गए। इनमें से दो ड्रॉ रहे और सात भारत ने जीते। घरेलू मैदान की बात करें भारतीय टीम अपने घर में लंकाई टीम से अब तक एक भी मैच नहीं हारी है। 12 मैच जीते और नौ ड्रॉ रहे हैं।
सीरीज की बात करें तो भारतीय टीम अपने घरेलू मैदान पर लगातार 15वीं टेस्ट सीरीज जीतने उतरेगी। अपने घर में टीम इंडिया 2012-13 में पिछली बार इंग्लैंड से हारी थी। उसके बाद एक भी सीरीज में हार नहीं मिली है। श्रीलंका के खिलाफ रिकॉर्ड को देखें तो 2008 से भारत एक भी टेस्ट सीरीज उसके खिलाफ नहीं हारा। इस दौरान पांच टेस्ट सीरीज में भारत चार जीता और एक ड्रॉ पर छूटा था।
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