नई दिल्ली। भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) (Board of Control for Cricket in India (BCCI)) की एपेक्स काउंसिल मीटिंग (Apex Council Meeting) में टीम इंडिया (team india) के खिलाड़ियों के सेंट्रल कॉन्ट्रैक्ट (players central contract) पर फैसला लिया जाना है। पांच साल बाद टीम इंडिया के खिलाड़ियों को सैलरी में बंपर हाइक (bumper hike in salary) मिल सकता है।
दरअसल, इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) (Indian Premier League (IPL)) के मीडिया राइट्स से बीसीसीआई काफी मोटी कमाई कर रहा है और अब इसका कुछ फायदा खिलाड़ियों को भी मिल सकता है। बीसीसीआई खिलाड़ियों की सैलरी 10 से 20 परसेंट बढ़ाने के बारे में सोच रहा है। टीम इंडिया पिछले चार सालों में ज्यादा मैच खेल रही है और इस दौरान बीसीसीआई ने दो नई फ्रेंचाइजी टीमें भी आईपीएल में बढ़ाईं, लेकिन खिलाड़ियों की सैलरी वहीं की वहीं रही।
बीसीसीआई के एक सीनियर अधिकारी ने कहा, ‘हम इस बारे में चर्चा करेंगे। हमें पता है कि पिछला इंक्रीमेंट कब हुआ था, लेकिन इसके बीच में कोविड भी आया। इस बार हम खिलाड़ियों की सैलरी 10-20 फीसदी बढ़ाने के बारे में सोच रहे हैं। लेकिन अभी तक इसको लेकर कोई फैसला नहीं लिया गया है। हम एपेक्स काउंसिल मीटिंग में फैसला लेंगे।’
पिछली बार भारतीय क्रिकेटरों की सैलरी 2017-18 सीजन में बढ़ी थी। तब विनोद राय की अगुवाई वाले CoA ग्रेड ए + स्लैब शुरू किया था, जिसमें खिलाड़ियों को सात करोड़ रुपये मिलते थे। तब से बीसीसीआई ने चार स्लैब मेंटेन रखा है, सात करोड़, पांच करोड़, तीन करोड़ और एक करोड़। सैलरी हाइक के बाद ग्रेड ए + वाले क्रिकेटर्स को 10 करोड़, ग्रेड ए वाले क्रिकेटर्स को सात करोड़, ग्रेड बी वाले क्रिकेटर्स को पांच करोड़ और ग्रेड सी वाले क्रिकेटर्स को तीन करोड़ रुपये मिल सकते हैं।
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