नई दिल्ली । भारतीय विकेटकीपर- बल्लेबाज पार्थिव पटेल (Parthiv Patel) ने क्रिकेट के सभी फॉर्मेट से संन्यास ले लिया है. वह आखिरी बार 2018 में साउथ अफ्रीका के खिलाफ टेस्ट मैच में भारत के लिए खेले थे. बुधवार को क्रिकेट को अलविदा कहने के साथ ही पार्थिव 2003 वर्ल्ड कप की भारतीय टीम में से संन्यास लेने वाले आखिरी दूसरे खिलाड़ी बन गए है. उस टीम से अब एक ही खिलाड़ी बचा है, जिसने अभी तक संन्यास नहीं लिया और वो है गेंदबाज हरभजन सिंह. 2003 वर्ल्ड कप में हरभजन सिंह (Harbhajan Singh) भारत के सबसे किफायती गेंदबाज साबित हुए थे. उन्होंने 10 मैचों में 11 विकेट लिए थे.
हालांकि वह लंबे समय से भारत के लिए नहीं खेले हैं और अब उनके खेलने की संभावना भी लगभग खत्म हो चुकी है. हरभजन आखिरी बार 2016 में यूएई के खिलाफ टी20 मैच में टीम इंडिया की प्लेइंग इलेवन में जगह बना पाए थे. उन्होंने आखिरी बार वनडे और टेस्ट मैच भी 2015 में ही खेला था.
इस भारतीय स्टार गेंदबाज ने 103 टेस्ट, 236 वनडे और 28 टी20 मैचों में भारत का प्रतिनिधित्व किया है. उनके नाम 417 टेस्ट विकेट, 269 वनडे विकेट और 25 टी20 विकेट है. हरभजन सिंह ने इस बीच कमेंट्री भी की और आईपीएल में भी खेलते रहे.
उन्होंने मुंबई इंडियंस का भी प्रतिनिधित्व किया और 2018 से वह चेन्नई सुपर किंग्स का हिस्सा है. हालांकि कोरोना वायरस के कारण आईपीएल के 13वें सीजन से उन्होंने अपना नाम वापस ले लिया था.
जहां तक 2003 वर्ल्ड कप टीम का सवाल है, उनके अलावा सभी खिलाड़ी संन्यास ले चुके हैं. उस टीम के कप्तान सौरव गांगुली अब बीसीसीआई अध्यक्ष बन चुके हैं, जबकि राहुल द्रविड़ इस समय नेशनल क्रिकेट एकेडमी के हेड हैं. वहीं हरभजन सिंह के भविष्य पर बात करें तो यह अभी भी स्पष्ट नहीं है कि वह आईपीएल के अगले सीजन का हिस्सा होंगे या नहीं.
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