- जिसे 0 या 99 अंक आए तो उसकी उत्तर पुस्तिका तीन बार जाँची जाएगी
उज्जैन। अब बोर्ड की 10वीं, 12वीं की परीक्षा में धांधली बिल्कुल नहीं चल पाएगी और शिक्षक मनमाने नंबर भी विद्यार्थी को नहीं दे पाएँगे, क्योंकि इस बार कॉपी पर बारकोड लगे हुए हैं।
बार-बार बोर्ड परीक्षाओं में नंबर देने में धांधली के आरोप लगने के बाद इस बार माध्यमिक शिक्षा मंडल परीक्षाओं में पारदर्शिता बरत रहा है। इसी के चलते इस बार किस शहर की कॉपी आई यह तक शिक्षकों को मालूम नहीं पड़ पाएगा, क्योंकि जो उत्तर पुस्तिकाओं के बंडल आएँगे उनके नाम पर भी बारकोड लगा रहेगा, वहीं रोल नंबर भी शिक्षकों को पता नहीं चल पाएँगे, क्योंकि रोल नंबर के स्थान पर बारकोड लगा दिया जाएगा, वहीं शिक्षक भी कॉपी मनमाने तरीके से नहीं जाँच पाएँगे। यदि किसी विद्यार्थी को जीरो नंबर और किसी विद्यार्थी को 100 नंबर मिले हैं तो ऐसे विद्यार्थियों की कॉपी तीन बार जाँची जाएगी। इतना ही नहीं यदि शिक्षकों ने कॉपी जाँचने में एक गलती की तो उन्हें 100 रुपए प्रति गलती जुर्माना भी देना पड़ेगा। पिछली बार परीक्षाओं के दौरान बारकोड का उपयोग मात्र तीन जिलों में प्रयोग के तौर पर किया गया था, इस व्यवस्था में माध्यमिक शिक्षा मंडल को सफलता मिली और अब पूरे प्रदेश में इस बारकोड सिस्टम का पालन किया जा रहा है। प्रतिदिन दो से ढाई हजार कॉपियाँ जाँचने का लक्ष्य दिया गया है। उज्जैन में दशहरा मैदान कन्या उच्चतर माध्यमिक विद्यालय में मूल्यांकन केंद्र बनाया गया है। यहाँ 500 से अधिक शिक्षक प्रतिदिन कॉपी जाँचने का काम करेंगे।