सोमनाथ: गुजरात में एक हैरान करने वाला मामला सामने आया है. राज्य के गिर-सोमनाथ जिले में एक स्टूडेंट्स को 200 उठक-बैठक करने की सजा दी गई. टीचर द्वारा दी गई इस सजा की वजह से स्टूडेंट्स की हालत बिगड़ गई है और उसे अस्पताल में भर्ती करना पड़ा. दरअसल, ये मामला गिर-सोमनाथ जिले के ऊना शहर में सामने आया है. बताया गया है कि स्टूडेंट शहर के एक Sarkari School में पढ़ाई करता था. 10वीं क्लास में पढ़ने वाला स्टूडेंट देरी से आया था. जिसके बाद टीचर ने उसे उठक-बैठक की सजा दी. इस मामले में जांच के आदेश भी दे दिए गए हैं.
फिलहाल स्टूडेंट का राजकोट के अस्पताल में इलाज चल रहा है. बताया गया है कि उठक-बैठक करने की वजह से स्टूडेंट की किडनी में सूजन आ गई है, जिसका इलाज किया जा रहा है. डिस्ट्रिक्ट एजुकेशन ऑफिसर राजेश डोडिया ने इस मामले में जांच के आदेश दिए हैं. उन्होंने कहा कि सोशल मीडिया के जरिए उन्हें ऊना तालुका के सरस्वती स्कूल में 10वीं क्लास के स्टूडेंट करन को दी गई सजा के बारे में जानकारी मिली है. उन्होंने आरोपों की जांच के लिए एजुकेशन इंस्पेक्टर को आदेश दे दिया है.
टीचर के खिलाफ दर्ज हो सकता है केस
सरस्वती स्कूल के प्रिंसिपल डी.के. वाजा और टीचर ने इस मामले को लेकर अपनी बात रखी है. दोनों का कहना है कि ये 15 दिन पुरानी घटना है. हालांकि, उन्होंने इस दावे को खारिज कर दिया है कि स्टूडेंट को 200 उठक-बैठक करने को कहा गया था. वहीं, इस मामले में टीचर के खिलाफ पुलिस में शिकायत दर्ज भी करवाई जा सकती है. डिपार्टमेंट का कहना है कि वह इस मामले का गंभीरता से जांच करेगा और इस दौरान किसी तरह का भेदभाव नहीं किया जाएगा. अगर आरोप सही साबित होते हैं, तो टीचर के खिलाफ केस दर्ज किया जाएगा.
पिता ने क्या कहा?
पीड़ित स्टूडेंट करन के पिता महेशगिरी ने मीडिया को बताया कि एक हफ्ते या दस दिन पहले स्कूल से लौटने के बाद उनके बेटे ने पैर की मांसपेशियों में खिंचाव की शिकायत की. वह लगातार उल्टियां भी कर रहा था. करन के पिता ने बताया कि हालात बिगड़ने पर उनके बेटे को तुरंत प्राइवेट अस्पताल लेकर जाया गया. लेकिन वहां पर भी उसकी स्थिति में सुधार नहीं हुआ. उन्होंने आगे कहा कि प्राइवेट अस्पताल के डॉक्टरों ने उसे राटकोट के एक अस्पताल में रेफर कर दिया. यहां शुरुआती मेडिकल जांच में मालूम चला कि करन की किडनी में सूजन हो गई है. उन्होंने टीचर और स्कूल के प्रिंसिपल के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की है.
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