भोपाल। कलेक्टर गाइडलाइन के अनुसार नगर निगम के संपत्ति कर के आदेश के बाद अब अधिकांश क्षेत्रों में संपत्ति कर स्लैब मार्च से परिवर्तित हो जाएगा। इसमें वर्तमान समय की दर के हिसाब से लोगों को अपने मकान व दुकान का संपत्ति कर देना होगा। नगर निगम मार्च में नई कलेक्टर गाइडलाइन आने के बाद ही नवीन संपत्ति कर की दरों की समीक्षा करेगी। कलेक्टर गाइडलाइन के हिसाब से नगर निगम मार्च से लोगों से संपत्ति कर वसूलेगा। इसमें सबसे अधिक दरें पाश इलाकों की रहेंगी। वहीं गलियों में कलेक्टर रेट के हिसाब से मकान एवं दुकानों का संपत्ति कर कम रहेगा।
कलेक्टर गाइड लाइन के बाद ही बढ़ता है संपत्ति कर
कलेक्टर गाइड के बाद ही नगरनिगम संपत्ति कर का निर्धारण करता है। क्योंकि कलेक्टर गाइड लाइन में संपत्तियों की दरें बढ़ जाती हैं। नगरनिगम भी बढ़ी हुई दरों के हिसाब से ही संपत्तिकर का निर्धारण करता है। हालांकि कलेक्टर गाइड लाइन में जिन क्षेत्रों की संपत्ति की दरें कम हो जाती हैं। वहां का संपत्ति कर कम भी हो जाता है। इसलिए सभी की निगाह मार्च में संपत्ति कर के निर्धारण पर रहती है। क्योंकि इसी के आधार पर लोग अपनी संपत्तियों को बेचते हैं और खरीदते हैं।
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