नेताओं के साथ कई कारोबारियों का कालाधन भी जमीनों में खपाया
इंदौर। आयकर विभाग की इन्वेस्टिगेशन विंग आज तीसरे दिन भी जेआरजी रियलिटी ग्रुप और उनके पार्टनरों के कई ठिकानों पर जांच-पड़ताल कर रही है। कर चोरी का आंकड़ा 100 करोड़ पार पहुंच जाएगा। 50 से 70 करोड़ के प्रमाण तो अभी तक की जांच में सामने आ चुके हैं। नेताओं के साथ कई बड़े कारोबारियों का कालाधन भी जमीनों में खपाया गया, जिसमें पीथमपुर और नेमावर सहित अन्य क्षेत्रों में करोड़ों की जमीनें खरीदी गईं। इसमें कुछ अनाज, दलहन के व्यापारी भी शामिल हैं। वहीं विभाग को कच्ची पर्चियों पर लिखे सौदे, डायरियां, जमीनों से संबंधित दस्तावेज, लैपटॉप, पेनड्राइव सहित अन्य सामग्री भी मिली है, जिसकी जांच-पड़ताल के बाद कर चोरी का आंकड़ा बढ़ेगा। एक करोड़ से अधिक मिली नकदी और आभूषणों को भी जब्त किया है।
दो दिन पहले आयकर ने छापा डाला, जो कि 15 ठिकानों पर पड़ा। इसमें जेआरजी रियलिटी ग्रुप के साथ-साथ उनके पार्टनरों के यहां यह कार्रवाई की गई। कुछ जगह बोगस कम्पनियों के जरिए भी बैंक खातों में ट्रांजेक्शन घुमाए गए। 50 करोड़ रुपए से अधिक के इस तरह के ट्रांजेक्शनों का खुलासा भी हुआ है। वहीं 70 से 80 करोड़ रुपए तक की आयकर चोरी तो अभी तक विभाग ने पकड़ ही ली है, लेकिन यह आंकड़ा 100 करोड़ रुपए से ज्यादा रहेगा। डकाच्या में 100 एकड़ से अधिक जमीन पर लॉजिस्टिक पार्क भी बना है। वहीं देवास, पीथमपुर, नेमावर से लेकर अन्य जगह भी करोड़ों की जमीनें हैं। इसमें कुछ नेताओं और अन्य बड़े कारोबारियों का कालाधन भी खपाया गया, जिनमें कुछ अनाज-दलहन के बड़े व्यापारी भी शामिल हैं, जिनकी करोड़ों के सौदों की कच्ची पर्चियां भी जब्त की गई हैं। तिलक गोयल, घनश्याम गोयल, अनिल धाकड़, राकेश पोरवाल सहित अन्य के ठिकानों पर यह कार्रवाई की गई। पहले भी आयकर विभाग की टीम ने ध्यान शिविर के पोस्टर गाडिय़ों पर लगाकर यह छापा मारा। आरएनटी मार्ग स्थित मिलिंदा टावर, टेलीफोन नगर, जवाहर मार्ग, मल्हारगंज सहित अन्य ठिकानों के अलावा दिल्ली में भी दो जगह यह कार्रवाई की गई, जहां पर संबंधित कम्पनियों के कार्यालय बताए गए। इस छापे में कई बोगस कम्पनियों का भी खुलासा हुआ है, जिनके माध्यम से करोड़ों रुपए की राशि का लेन-देन किया गया और खातों में एंट्रियां इधर से उधर घुमाई गईं। कार्रवाई के दौरान जमीनों की रजिस्ट्रियों, एग्रीमेंट व अन्य दस्तावेजों के साथ-साथ कई डायरियां और लेन-देन के सबूत मिले हैं, जिनमें नेताओं से लेकर कई कारोबारियों का भी खुलासा हुआ है। हालांकि आयकर विभाग ने अभी तक अधिकृत रूप से इस छापे का विवरण मीडिया को जारी नहीं किया है, मगर सूत्रों के मुताबिक यह एक बड़ी कार्रवाई है।
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