नई दिल्ली । मौसम विभाग के मुताबिक ताउते अगले 24 घंटे में गंभीर और उसके बाद बहुत गंभीर चक्रवाती तूफान (cyclone) में तब्दील होगा। यह 18 मई की दोपहर से शाम के बीच गुजरात (Gujarat) के पोरबंदर से होता हुआ पाकिस्तान की ओर रुख करेगा। इस दौरान पोरबंदर और नालिया तट (Nalia Beach) पर इसके भारी तबाही मचाने का आसार है।
भारतीय वायुसेना (Indian Air Force) ने कहा कि उसने ‘ताउते’ तूफान से उत्पन्न किसी भी परिस्थिति से निपटने के लिए अपने 16 मालवाहक विमान और 18 हेलीकॉप्टर प्रायद्वीपीय भारत में तैयार रखे हैं। वायुसेना ने बताया कि अगले कुछ दिन तटीय इलाकों में कोविड-19 राहत अभियान पर ध्यान केंद्रित करने का फैसला किया है क्योंकि खराब मौसम की वजह से बाद में इन इलाकों में अभियान प्रभावित हो सकता है।
भारतीय मौसम विभाग की ताउते तूफान को लेकर जारी चेतावनी के बाद बृहन्मुंबई नगर पालिका करीब 580 मरीजों को शहर में बने कोविड केयर सेंटर में शिफ्ट कर दिया है। भारतीय मौसम विभाग ने बताया कि ताउते तूफान शहर के बहुत करीब से होकर गुजर सकता है।
भारतीय मौसम विभाग के मुताबिक ताउते तूफान पोरबंदर से लेकर भावनगर के महुआ के बीच से गुजरेगा। वहीं मुंबई में तेज हवाओं के साथ भारी बारिश का अलर्ट जारी किया है।
गुजरात के मुख्यमंत्री विजय रूपाणी ने बनासकांठा जिले में कहा कि राज्य सरकार ने पूरी तैयारी कर ली है और एक नियंत्रण कक्ष स्थापित किया गया है। सौराष्ट्र और दक्षिण गुजरात क्षेत्रों में जिला प्रशासनों को सतर्क कर दिया गया है जिनके चक्रवात से प्रभावित होने की संभावना है। एनडीआरएफ की टीमें राज्य में पहुंच रही हैं।
आईएमडी ने कहा- चक्रवाती तूफान ताउते तीव्र तूफान में बदल गया है, आज सुबह 2.30 बजे ये पंजिम-गोवा के दक्षिण-पश्चिम से 170 किमी. और मुंबई से दक्षिण में 490 किमी. दूर था। 18 मई की सुबह गुजरात के तट पर पोरबंदर और महुवा (भावनगर) को पार करेगा। गृह मंत्रालय ने 17 और 18 मई को उत्तर पश्चिमी अरब सागर और गुजरात तट से मछली पकड़ने का कार्य पूरी तरह से स्थगित करने की सलाह दी।
गृह मंत्रालय के परामर्श में कहा गया है कि मोरबी, कच्छ, देवभूमि द्वारका और जामनगर जिले के तटीय क्षेत्रों के दो-तीन मीटर ऊंची समुद्री लहर से जलमग्न होने और पोरबंदर, जूनागढ़, गिर सोमनाथ, अमरेली, भावनगर में 1-2 मीटर लहर से जलमग्न होने तथा गुजरात के शेष तटीय जिलों में 0.5-1 मीटर लहर से जलमग्न होने की आशंका है।
आईएमडी ने कहा- चक्रवाती तूफान ताउते 15 मई को रात 11.30 बजे अरब सागर के उपर पहुंचा जो पंजिम-गोवा से 170 किमी. और मुंबई से दक्षिण में 520 किमी. दूर था। ये बाद में तीव्र तूफान में बदल जाएगा और 18 मई की सुबह गुजरात के तट पर पोरबंदर और महुवा (भावनगर) को पार करेगा।
ग्रेटर मुंबई नगर निगम ने कहा कि तूफान के मद्देनजर 580 कोरोना मरीजों को दूसरे अस्पतालों में शिफ्ट किया जाएगा। परामर्श में कहा गया है कि 17 मई की सुबह से उत्तर पश्चिमी अरब सागर के साथ लगने वाले इलाके और दक्षिण गुजरात तट से लगे इलाके में समुद्र बहुत अशांत रहेगा।
गृह मंत्रालय ने कहा कि 17 मई को सौराष्ट्र के तटीय जिलों में कई स्थानों पर हल्की से मध्यम वर्षा होगी और सौराष्ट्र एवं कच्छ में कुछ स्थानों पर भारी से बहुत भारी वर्षा होगी तथा जूनागढ़ और गिर सोमनाथ जिलों में कुछ स्थानों पर अत्यधिक भारी वर्षा होने की संभावना है।
केंद्रीय गृह मंत्रालय ने गुजरात सरकार को जारी एक परामर्श में कहा कि बहुत भीषण चक्रवाती तूफान से फूस के घरों, सड़कों, बिजली और संचार लाइनों को नुकसान होने की संभावना है, खासकर सौराष्ट्र क्षेत्र के जिलों जैसे देवभूमि द्वारका, कच्छ, पोरबंदर, जूनागढ़, गिर सोमनाथ, जामनगर, अमरेली, राजकोट और मोरबी जिलों में।
गुजरात के मुख्यमंत्री विजय रूपाणी ने बनासकांठा जिले में संवाददाताओं से कहा कि राज्य सरकार ने पूरी तैयारी कर ली है और एक नियंत्रण कक्ष स्थापित किया गया है। सौराष्ट्र और दक्षिण गुजरात क्षेत्रों में जिला प्रशासनों को सतर्क कर दिया गया है जिनके चक्रवात से प्रभावित होने की संभावना है। एनडीआरएफ की टीमें राज्य में पहुंच रही हैं।
मौसम विभाग के अलर्ट के बाद हवाईअड्डा प्राधिकरण (एएआई) भी तूफान की चाल पर पूरी नजर रख रहा है। हालांकि प्राधिकरण ने स्पष्ट किया कि अभी हवाई अड्डों को बंद करने की नौबत नहीं है। क्योंकि अभी तक यह पता नहीं चला है कि कौन सा इलाका अधिक प्रभावित होगा। उधर, विमानन कंपनियों ने एहतियातन अपने यात्रियों को अलर्ट जारी कर दिया है कि तूफान के कारण उनकी उड़ानों का संचालन प्रभावित हो सकता है।
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