नई दिल्ली: भारत में लाखों लोग iPhone खरीदना चाहते हैं, लेकिन ऊंची कीमत के कारण ज्यादातर लोग इसे खरीद नहीं पाते हैं. हालांकि, अब खबर आ रही है कि टाटा ग्रुप और ऐपल भारत में आईफोन बनाने के लिए डील साइन करने के करीब हैं. अगर सबकुछ सही रहा तो जल्द ही भारत के लोगों को मेड इन इंडिया आईफोन देखने को मिल सकता है, जिसकी कीमत पहले से कम होगी. ऐसा पहली बार हो रहा है जब कोई स्थानीय कंपनी आईफ़ोन की असेंबली में कदम रखेगी. ब्लूमबर्ग ने इस बात की जानकारी दी.
दक्षिणी कर्नाटक राज्य में टाटा द्वारा विस्ट्रॉन कॉर्प फैक्ट्री के अधिग्रहण की बात काफी लंबे समय से चल रही है. इस जगह पर 10,000 से अधिक कर्मचारी कार्यरत हैं, जो लेटेस्ट iPhone 14 मॉडल को असेंबल करते हैं. लोगों ने कहा कि विस्ट्रॉन ने स्टेट बैक्ड फाइनेंशियल इंसेंटिव हासिल करने के लिए इस वित्त वर्ष तक कारखाने से कम से कम 1.8 बिलियन डॉलर मूल्य के आईफ़ोन भेजने की प्रतिबद्धता जताई है. इस मामले के जानकार व्यक्ति ने नाम न बताने के शर्त पर कहा कि टाटा उन प्रतिबद्धताओं का सम्मान करने के लिए तैयार है क्योंकि विस्ट्रॉन भारत में आईफोन कारोबार से बाहर हो गया है. हालांकि टाटा, विस्ट्रॉन और ऐपल के प्रवक्ताओं ने इस मामले में टिप्पणी करने से इनकार कर दिया है.
ऐपल द्वारा भारत में iphone का प्रोडक्शन करना उसके चीन से बिजनेस को डाइवर्सिफाइ करने के निति का हिस्सा भी हो सकता है. गौरतलब है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा प्रोडक्शन और रोजगार को बढ़ाने के लिए कई तरह के आकर्षक फाइनेंशियल इंसेंटिव दिए जा रहे हैं जिसके कारण घरेलू मैन्युफैक्चरिंग में तेजी देखी जा रही है. देश में कोविड लॉकडाउन और वाशिंगटन और बीजिंग के बीच बढ़ते तनाव के बाद ऐपल ने चीन से अपने बिजनेस को डाइवर्सिफाइ करना शुरू कर दिया है. अगर भारत में ऐपल iphone बनाना शुरू करता है तो अन्य ग्लोबल इलेक्ट्रॉनिक्स ब्रांड्स भी चीन पर अपनी निर्भरता कम करने का विचार शुरू करेंगे, जिससे भारत को काफी फायदा हो सकता है.
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