नई दिल्ली: टाटा ग्रुप अब अपनी दो और कम्पनियों का जल्द ही विलय कर सकता है, क्योंकि टाटा ग्रुप का कंपनियों के मर्जर का सिलसिला जारी है. इससे कुछ दिनों पहले टाटा ग्रुप ने टाटा स्टील में 7 सहायक कंपनियों का विलय कर दिया था. अब टाटा समूह की ऑटो कंपनी में भी विलय की संभावना दिख रही है.
बता दें कि टाटा मोटर्स की फाइनेंस से जुड़ी दो कंपनियां- टाटा मोटर्स फाइनेंस सॉल्यूशंस यानी TMFSL और टाटा मोटर्स फाइनेंस लिमिटेड यानी TMFLके बोर्ड मर्जर पर मंथन होने वाला हैं. यह मंथन 3 अक्टूबर की बोर्ड बैठक में होगा. ये दोनों कंपनियां टाटा मोटर्स के फाइनेंस से जुड़े कामकाज देखती हैं.
टाटा मोटर्स की सहायक कंपनी मोटर्स फाइनेंस होल्डिंग्स की TMFL में 97 फीसदी हिस्सेदारी है. इसके अलावा जो हिस्सेदारी है वो टाटा मोटर्स फाइनेंस सॉल्यूशंस के पास है. इस साल मार्च तक TMFL की लोन बुक 28,204 करोड़ रुपए थी, जबकि TMFSL की लोन बुक 8,085 करोड़ रुपए थी. आपको बता दें कि टाटा समूह अपनी सूचीबद्ध संस्थाओं की संख्या को 29 से घटाकर 15 करने की योजना बना रहा है.
टाटा संस के पास हैं कई गैर-सूचीबद्ध इकाइयां
टाटा समूह की सूचीबद्ध कंपनियां और समूह की होल्डिंग कंपनी टाटा संस के पास विभिन्न क्षेत्रों में कई गैर-सूचीबद्ध इकाइयां हैं. फाइनेंस सेक्टर की बात की जाए तो टाटा संस के पास टाटा कैपिटल है. टाटा संस की दो बीमा उपक्रमों में भी सीधी हिस्सेदारी है. टाटा मोटर्स के मामले में कंपनी के पास टाटा मोटर्स फाइनेंस होल्डिंग्स के तहत दो ऑटो फाइनेंस फर्म हैं.
इन कंपनियों का हो चुका विलय
बता दें कि कुछ दिनों पहले टाटा ग्रुप ने मेटल्स से जुड़ी सभी कंपनियों का विलय किया था. टाटा ग्रुप ने जिन 7 कंपनियों का टाटा स्टील में विलय किया था, उनमें टाटा स्टील लॉन्ग प्रोडक्ट्स, द टिनप्लेट कंपनी आफ लिमिटेड, टाटा मेटालिक्स लिमिटेड, टीआरएफ लिमिटेड, इंडियन स्टील एंड वायर प्रोडक्ट्स लिमिटेड, टाटा स्टील माइनिंग लिमिटेड और एसएंडटी माइनिंग कंपनी लिमिटेड शामिल हैं.
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