नई दिल्ली (New Delhi)। सरकार ने वित्त वर्ष 2023-24 (FY 2023-24) के लिए कोयला उत्पादन का लक्ष्य (Coal production target) एक अरब टन (one billion tonnes) से ज्यादा रखा है। कोयला मंत्रालय ने अगामी वित्त वर्ष के लिए कोयले के कुल उत्पादन यह लक्ष्य तय किया है। इस लक्ष्य को पाने के लिए कोयला सचिव अमृत लाल मीणा ने सभी कोयला कंपनियों के साथ इसकी समीक्षा की है।
कोयला मंत्रालय ने बुधवार को जारी बयान में कहा कि वित्त वर्ष 2023-24 में एक अरब टन से ज्यादा कोयला उत्पादन का लक्ष्य रखा गया है। मंत्रालय के मुताबिक कुल लक्ष्य में से सरकारी कंपनी कोल इंडिया लिमिटेड (सीआईएल) को 78 करोड़ टन कोयला उत्पादन का लक्ष्य दिया गया है। सिंगरेनी कॉलरीज कंपनी लिमिटेड (एसीसीएल) को 7.5 करोड़ टन और वाणिज्यिक खदानों के लिए 16.2 करोड़ टन कोयले के उत्पादन का लक्ष्य रखा गया है।
मंत्रालय के मुताबिक सीआईएल ने वित्त वर्ष 2021-22 में 62.2 करोड़ टन कोयला का उत्पादन किया, जबकि चालू वित्त वर्ष में अबतक 51.3 करोड़ टन कोयले का उत्पादन कर चुका है। ऐसे में कोयला मंत्रालय को उम्मीद है कि कोल इंडिया लिमिटेड का उत्पादन मौजूदा वित्त वर्ष में तय 70 करोड़ टन उत्पादन लक्ष्य को पार कर जाएगा और अगले वित्त वर्ष 2023-24 में 78 करोड़ टन कोयले का उत्पादन करेगी।
मंत्रालय के मुताबिक सीआईएल के तहत 290 खदानें संचालित है, जिनमें से 97 खदानें हर साल 10 लाख टन कोयले का उत्पादन करती हैं। कोयला कंपनियों के लगातार प्रयासों से 97 कोयला खदानों में से 56 में कोई मुद्दा लंबित नहीं है। सिर्फ 41 खदानों में 61 मुद्दे हैं, जिनके लिए कोयला कंपनियां संबद्ध राज्य सरकारों और केंद्रीय मंत्रालयों के साथ मिलकर नजर रख रही है। (एजेंसी, हि.स.)
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