कोलकाता। कोरोना महामारी की वजह से लगातार बंद रहने के बाद आखिरकार बीरभूम जिले के सुप्रसिद्ध तारापीठ मंदिर को जनता के लिए खोल दिया गया है। तारापीठ मंदिर समिति के अध्यक्ष तारामय मुखर्जी ने कहा कि तारापीठ मंदिर लगभग चार महीने से बंद था। परिणामस्वरूप, कई लोग अपनी आजीविका खो चुके थे। क्षेत्र के छोटे व्यापारियों से लेकर होटल मालिकों तक, ऑटो चालक तक बेरोजगार हो गए थे। इसलिए तारापीठ मंदिर को जनता के लिए फिर से खोल दिया गया है ताकि क्षेत्र के लोगों की आजीविका वापस मिल सके।
उन्होंने यह भी कहा कि मंदिर में प्रवेश के लिए कुछ प्रतिबंध हैं। गर्भ गृह में प्रवेश नहीं होगा, मंदिर में बिना मास्क के प्रवेश करना मना है। पूरे मंदिर में विशेष देखभाल हो रही है। मंदिर के प्रवेश द्वार पर सेनेटरी टनल और थर्मल स्कैनिंग लगाई गई है। कई लोग एक साथ मंदिर में प्रवेश नहीं कर सकते। साथ ही भोजन व्यवस्था अब मंदिर परिसर में नहीं है। इलाके के लोगों से लेकर व्यापारियों तक सभी इस बात से खुश हैं कि तारापीठ मंदिर फिर से खुला है। क्योंकि कोरोना के कारण मंदिर लगभग चार महीने तक बंद रहा था। उनकी रोजी-रोटी भी बंद थी। अब मंदिर को फिर से खोला गया है, तो भक्त आएंगे, माता के दर्शन करेंगे, लोगोंं की आजीविका सामान्य हो जाएगी।
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