कल्लाकुरिचि (तमिलनाडु)। तमिलनाडु (Tamil Nadu Violence) में कल्लाकुरिचि के निकट एक छात्रा की मौत (student’s death) के बाद गुस्साए लोगों ने दोषियों को गिरफ्तार करने की मांग करते हुए रविवार को कई वाहनों में आग (fire to several vehicles) लगा दी और पथराव किया. पुलिस ने हिंसक भीड़ को काबू करने के लिए कम से कम दो बार हवा में गोलियां (air fire) चलाईं. मुख्यमंत्री एम. के. स्टालिन (Chief Minister M.K. Stalin) ने लोगों से शांति बनाए रखने की अपील की और लोगों को आश्वासन दिया कि दोषियों को दंडित किया जायेगा.
स्टालिन ने एक ट्वीट करके बताया कि उन्होंने शीर्ष अधिकारियों को कल्लाकुरिचि जाने के आदेश दिए हैं। पुलिस ने बताया कि अभी तक दो लोगों को मामले में गिरफ्तार किया गया है. वहीं, कल्लाकुरिची जिला कलेक्टर पीएन श्रीधर ने कहा कि कल्लाकुरिचि, चिन्नासलेम, नैनार पलायम तालुक में धारा-144 लागू कर दी गई है।
पुलिस ने बताया कि प्रदर्शनकारी चिन्नासलेम में स्थित एक ‘इंटरनेशनल’ स्कूल में पुलिस के अवरोधकों को तोड़ते हुए घुस गए और उन्होंने परिसर में खड़ी बसों में आग लगा दी. उन्होंने बताया कि कुछ लोगों ने पुलिस की एक बस में भी आग लगा दी. उन्होंने बताया कि कुल लोगों ने छत पर चढ़कर स्कूल के नाम का बोर्ड क्षतिग्रस्त कर दिया. पुलिसकर्मियों ने प्रदर्शकारियों को तितर-बितर करने की कोशिश की, लेकिन थोड़ी देर में वे फिर से इकट्ठा हो गए और तोड़फोड़ की।
स्थिति को काबू में करने के लिए आसपास के जिलों की पुलिस यहां एकत्र होनी शुरू हो गई है. पुलिस ने बताया कि प्रदर्शनकारियों का एक गुट स्कूल में घुस गया और उन्होंने स्कूल परिसर में तोड़फोड़ की. उन्होंने बताया कि उनमें से कुछ स्कूल के फर्नीचर और अलमारी ले गए, उन्हें तोड़ा और आग के हवाले कर दिया. प्रदर्शनकारियों नें पुलिसकर्मियों पर पथराव भी किया. पुलिस महानिदेशक सी. शैलेन्द्र बाबू ने लोगों से शांति बनाए रखने की अपील की और हिंसा करने वालों को चेतावनी दी. उन्होंने चेन्नई में पत्रकारों से कहा कि हिंसा में शामिल लोगों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
गौरतलब है कि यहां से 15 किलोमीटर दूर चिन्नासलेम में एक निजी आवासीय स्कूल में पढ़ने वाली 17 वर्षीय एक छात्रा 13 जुलाई को छात्रावास परिसर में मृत पाई गई थी. यह छात्रा छात्रावास की तीसरी मंजिल में बने कमरे में रहती थी और माना जा रहा है कि उसने सबसे ऊपर के तल से नीचे कूदकर जान दे दी. पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट में कथित तौर पर यह सामने आया है कि छात्रा की मौत से पहले उसके शरीर पर चोट के निशान थे.
पुलिस ने इस सिलसिले में मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है. छात्रा की मौत के बाद उसके परिजन, रिश्तेदार और उसके गांव पेरिवानासालुर के लोग न्याय की मांग को लेकर लगातार प्रदर्शन कर रहे हैं. उन्होंने इस मामले की जांच अपराध शाखा-अपराध जांच विभाग (सीबी-सीआईडी) से कराने और दोषियों की गिरफ्तारी की मांग की।
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