खेड़ाखजूरिया। सोमवार को तेज आंधी और पानी से फसलों में काफी नुकसान हुआ है। इसके साथ ही कई पेड़ धाराशायी भी हो गए हैं। गांव के सोहनसिंह परिहार के खेत पर बने मकान के पर वर्षों पुराना बड़ा इमली का पेड़ गिर गया जिससे मकान पूरी तरह क्षतिग्रस्त हो गया है। गनीमत रही कि जिस समय पेड़ गिरा उस समय मकान के आसपास अंदर कोई था नहीं वरना बड़ा हादसा हो सकता था। सोहनसिंह जानकारी तो बताया कि इमली का पेड़ कई वर्षों पुराना था। इस वर्ष पेड़ के ऊपर बड़ी मात्रा में इमली लगी हुई थी। जिस मकान पर गिरा हुआ हालांकि उसमें निवासरत नहीं थे लेकिन कुछ सामान रखा हुआ था। पास में अनिल चौहान के खेत पर भी एक बड़ा बबूल का पेड़ आंधी से धाराशायी हो गया। इसके साथ ही तेज हवा और पानी से संतरा के बगीचे में काफी नुकसान हुआ है। संतरा के फल आंधी से जमीन पर गिर गए हैं।
गांव में संतरा की खेती करने वाले किसान रघुवीरसिंह परिहार, सोमेश्वर शर्मा, रमेश शर्मा, चंद्रलाल वर्षी, अंबाराम चंद्रवंशी आदि ने बताया कि इस वर्ष संतरा के पौधों पर बड़ी मात्रा में फल लगे हुए थे। फल पक कर तैयार भी हो चुके थे। एक-दो सप्ताह के अंदर इनका विक्रय हो जाता परंतु उसके पहले ही प्राकृतिक कहर के रूप में आंधी और पानी बरस गया जिससे काफी नुकसान हो गया है। संतरा के बगीचे की हालत ऐसी हो गई है कि किसानों द्वारा देखा नहीं जा रहा है। बेमौसम प्राकृतिक कहर से फसलों को काफी नुकसान होने की आशंका है। आंधी और तूफान को लेकर किसान काफी चिंतित दिखाई दे रहे हैं। तेज हवा से खेड़ाखजुरिया में घोंसला-महिदपुर मार्ग पर एक बबूल पेड़ एवं पाडीखेड़ा में बीच रास्ते पर बबूल के पेड़ धराशायी हो गए। खेड़ाखजुरिया सहित आसपास के गांव में भी सोमवार को तेज आंधी और पानी से काफी नुकसान होने की जानकारी प्राप्त हुई है। मंगलवार को किसान खेतों में पहुंचे तो उनके चेहरे पर मायूसी व चिंता स्पष्ट दिखाई दे रही थी। किसानों को अब उचित मुआवजा मिलने की आस है।
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