भोपाल: मध्य प्रदेश में लोकसभा चुनाव (Lok Sabha elections in Madhya Pradesh) में इस बार कई बड़े नेताओं के मैदान में उतरने की चर्चा है. राजनीतिक गलियारों में इस बात की चर्चा चल रही है कि कांग्रेस इस बार पार्टी के कई बड़े चेहरों को लोकसभा चुनाव (Lok Sabha Elections 2024) लड़ा सकती है, लेकिन अब तक इसको लेकर कोई आधिकारिक जानकारी नहीं आई है. ऐसे में बड़े नेताओं के चुनाव लड़ने पर फिलहाल मध्य प्रदेश कांग्रेस कमेटी में सस्पेंस बना हुआ है. इस बीच प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष जीतू पटवारी, नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार और प्रदेश प्रभारी भंवर जितेंद्र सिंह लगातार बैठकें कर रहे हैं. माना जा रहा है कि अगर बड़े नेता चुनाव में नहीं उतरते हैं तो पार्टी चुनाव से पहले मजबूत प्रत्याशियों की तलाश करेगी.
दरअसल, राजधानी भोपाल, होशंगाबाद, बैतूल, राजगढ़ और विदिशा लोकसभा सीट पर कांग्रेस को पिछले कई चुनावों से हार का सामना करना पड़ रहा है. ऐसे में इन सीटों को लेकर भंवर जितेंद्र सिंह, जीतू पटवारी और उमंग सिंघार के बीच चर्चा हो रही है. बताया जा रहा है कि इन सीटों पर इस बार कांग्रेस कुछ बड़े नेताओं को चुनाव लड़ाने की तैयारी में थी, जिनमें पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह का नाम भी था. लेकिन दिग्विजय सिंह पहले ही लोकसभा चुनाव लड़ने से इंकार कर चुके हैं, उनका तर्क है कि वह फिलहाल राज्यसभा सांसद हैं और उनका कार्यकाल अभी दो साल का बाकि है.
इसके अलावा चर्चा है कि कांग्रेस के कुछ और बड़े नेताओं ने भी लोकसभा चुनाव लड़ने से इंकार किया है, ऐसे में पार्टी इन सीटों पर नए प्रत्याशियों की तलाश में जुटी है. हालांकि नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार का लोकसभा चुनाव की तैयारियों को लेकर कहना है कि पार्टी के पास सभी सीटों पर मजबूत प्रत्याशी हैं. कांग्रेस पार्टी की तरफ से सभी नेता चुनाव लड़ने के लिए तैयार हैं, एक-एक लोकसभा सीट से 5 से 10 आवेदन आ रहे हैं, ऐसे में आलाकमान और स्थानीय नेताओं से चर्चा के बाद ही प्रत्याशियों का चयन किया जाएगा.
प्रदेश कांग्रेस कार्यालय में हुई बैठक में प्रदेश प्रभारी भंवर जितेंद्र सिंह ने सभी जिला अध्यक्षों को लोकसभा चुनाव की तैयारियों में जुटने के निर्देश दिए हैं. बताया जा रहा है कि उन्होंने इस बात पर भी जोर दिया है कि संगठन में जो पद खाली है, उन पर तत्काल नए नेताओं की नियुक्तियां की जाएगी, जिसमें जिला स्तर पर जिला अध्यक्षों के हाथ में पूरा पॉवर होगा. इसके अलावा सभी बूथों पर नए कार्यकर्ताओं को मौका दिए जाने की बात भी कही गई है. कांग्रेस पार्टी चुनाव के ऐलान से पहले ही लोकसभा स्तर पर सभी जिलों में चुनाव संचालन समिति का गठन करना चाहती है. जिसमें जिलाध्यक्षों की भूमिका सबसे अहम होगी.
कांग्रेस मध्य प्रदेश की सभी 29 लोकसभा सीटों पर मजबूत प्रत्याशी उतारना चाहती है. इसलिए बैठक में फैसला लिया गया है कि बूथ की जिम्मेदारी अब बड़े नेताओं को सौंपी जाएगी. ताकि सभी 29 लोकसभा सीटों पर मजबूत तैयारियां हो सके. इसके अलावा पार्टी ने सभी सीटों पर आने वाले कांग्रेस विधायकों को भी तैयारियों में जुटने के निर्देश दिए हैं, ताकि सभी सीटों पर चुनाव के ऐलान से पहले रूपरेखा तैयार कर ली जाए.
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