काबुल: अफगानिस्तान (Afghanistan)पर कब्जे के बाद तालिबान (Taliban) ने दूसरी बार मंत्रियों का ऐलान किया है. मंगलवार को कुछ उप मंत्रियों की लिस्ट जारी की गई है. महिलाओं को हक देने की बात कहने वाले तालिबान ने इस बार भी किसी महिला को शामिल नहीं किया है.
तालिबान के प्रवक्ता जबीहुल्ला मुजाहिद (Zabihullah Mujahid) ने अफगानिस्तान की राजधानी काबुल में एक संवाददाता सम्मेलन में नए नामों की लिस्ट पेश की. मुजाहिद ने मंत्रिमंडल के विस्तार का बचाव करते हुए कहा कि इसमें हज़ारा जैसे जातीय अल्पसंख्यकों के सदस्य शामिल हैं. हालांकि, मुजाहिद ने कहा कि सरकार में महिलाओं को बाद में जोड़ा जा सकता है.
तालिबान ने 7 सितंबर को अफगानिस्तान पर शासन करने के लिए एक अंतरिम व्यवस्था की घोषणा की थी.पहले जिस सरकार का ऐलान किया गया, उसमें कुल 33 मंत्री शामिल हैं. मुल्ला मोहम्मद हसन अखुंद को मंत्रि परिषद का प्रमुख यानी नई सरकार का मुखिया बनाया गया है.
सरकार का नाम ‘इस्लामिक अमीरात ऑफ अफगानिस्तान’ रखा गया है. तालिबान के प्रमुख शेख हिब्दुल्लाह अखुंदजादा (Haibatullah Akhundzada) सुप्रीम लीडर है. उसे अमीर-उल-अफगानिस्तान कहा जाएगा. दोहा में भारत से बातचीत करने वाले शेर मोहम्मद स्टेनेकजई को उप विदेश मंत्री बनाया गया है.
अमेरिका के मोस्ट वॉन्टेड को गृह मंत्री बनाया
तालिबान ने अपनी सरकार में सिराजुद्दीन हक्कानी को गृह मंत्री बनाया है. आतंकी संगठन हक्कानी नेटवर्क का चीफ सिराजुद्दीन अमेरिका की आतंकी लिस्ट में मोस्ट वॉन्टेड है. अमेरिका ने उस पर करीब 35 करोड़ रुपए का इनाम घोषित किया है. सिराजुद्दीन हक्कानी का नेटवर्क पाकिस्तान से ऑपरेट होता है. दुनियाभर में कई आतंकी वारदातों के पीछे इसका हाथ रहा है.
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