नई दिल्ली । इस मौसम में डेंगू (dengue) का प्रकोप हर साल बढ़ जाता है. डेंगू बुखार में तेजी से प्लेटलेट्स (platelets) गिरने लगती हैं. प्लेटलेट्स बढ़ाने के लिए खान-पान (food and drink) पर विशेष ध्यान देने की जरूरत होती है. डेंगू बुखार (dengue fever) के लक्षण तीन से 14 दिन के बीच दिखते हैं. शुरू में वायरल की तरह ही लक्षण दिखते हैं लेकिन जैसे-जैसे बीमारी अपना असर दिखाना शुरू करती है वैसे-वैसे परेशानियां बढ़ती जाती है.
डेंगू बुखार में तेज बुखार, सिर दर्द, उल्टी, मांसपेशियों और जोड़ों में दर्द होने लगता है. स्किन में भी रेशेज आने लगते हैं. डेंगू बीमारी में मरीज को बहुत दर्द से गुजरना पड़ता है. डेंगू के शुरुआती लक्षण दिखने के बाद बुखार तेजी से बढ़ने लगता है. ऐसे में यह महत्वपूर्ण है कि जैसे ही ये लक्षण दिखाई दें, डॉक्टर से सलाह लें. हालांकि इस संक्रमण का कोई इलाज या टीका नहीं है और आमतौर पर इसका इलाज लक्षणों के आधार पर किया जाता है. इसलिए यदि आपको डेंगू बुखार है तो आहार का सख्त पालन करना आवश्यक है. डाइट से ही प्लेटलेट्स काउंट बढ़ेगा और डेंगू पर काबू पाया जा सकेगा. डेंगू बुखार में कुछ खास डाइट लेने की सलाह दी गई है.
डेंगू बुखार में क्या खाएं
पपीता के पत्ते
पपीता के पत्ते में पेपेन और चिमोपेपेन एंजाइम पाए जाते हैं जो डाइजेशन को सही करते हैं और गैस-बदहजमी से बचाते हैं.डेंगू के बुखार में पपीता के पत्ते का जूस बहुत फायदेमंद है. डॉक्टर के मुताबिक 30 एमएल पपीते के जूस से प्लेटलेट्स काउंट बढ़ जाते हैं.
अनार
खून बढ़ाने में अनार का इस्तेमाल भारत में सदियों से किया जाता है. अनार में कई ऐसे पोषक तत्व होते हैं जो शरीर को तुरंत एनर्जी प्रदान करते हैं. अनार अवसाद और थकान को मिटाता है. अनार में प्रचूर मात्रा में आयरन पाया जाता है जो प्लेटलेट्स बढ़ाने के साथ-साथ हीमोग्लोबिन को भी बढ़ाता है.
नारियल पानी
डेंगू बुखार में शरीर से बहुत ज्यादा पसीना निकलता है जिसके कारण डिहाइड्रेशन होने लगता है. इसलिए नारियल का पानी पीना बहुत अधिक फायदेमंद है. इसमें इलेक्ट्रोलाइट्स और आवश्यक मिनिरल्स होते हैं जो शरीर को एनर्जी देते हैं.
हल्दी
एंटीसेप्टिक और मेटाबॉलिज्म बूस्टर होने के कारण दूध के साथ एक चुटकी हल्दी का सेवन करने की सलाह दी जाती है. यह तेजी से बुखार ठीक होने में मदद करती है.
मेथी
मेथी नींद को प्रेरित करने के लिए जानी जाती है. यह बॉडी में दर्द को कम करने में सहायता करती है. यह तेज बुखार को स्थिर करने के लिए भी मेथी का इस्तेमाल किया जाता है.
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