नई दिल्ली: देश के सबसे बड़े बैंक, भारतीय स्टेट बैंक ने होम लोन (SBI Home Loan) की न्यूनतम ब्याज दर में इजाफा कर दिया है. होम लोन की नई दरें बुधवार, 15 जून, से लागू हो गई हैं. बैंक ने मार्जिनल कॉस्ट ऑफ लैंडिग रेट (MCLR) को 0.20 फीसदी बढ़ाया है. यह भी 15 जून से लागू हो चुका है. भारतीय रिजर्व बैंक के रेपो रेट में 50 बेसिस प्वाइंट्स की बढ़ोतरी करने के बाद भारतीय स्टेट बैंक ने यह कदम उठाया है.
रिपोर्ट के अनुसार, अब होम लोन की न्यूनतम ब्याज दर बैंक ने 7.55 फीसदी कर दी है. 7.55 फीसदी की दर से होम लोन उन लोगों को मिलेगा, जिनका सीआईबीआईएल स्कोर (CIBIL Score) 800 से ऊपर होगा. जिन लोगों का सिबिल स्कोर 750-799 है उन्हें 7.65 फीसदी वार्षिक दर से लोन मिलेगा. इसी तरह जिन लोगों का सिबिल स्कोर 700-749 है उन्हें 7.75 और 650-699 स्कोर वालों को 7.85 फीसदी की दर से होम लोन एसबीआई देगा. इसी तरह जिन लोगों का सिबिल स्कोर 550 से 649 के बीच है, उनको होम लोन के लिए 8.05 की दर से ब्याज देना होगा. ये फ्लोटिंग ब्याज दरें और ये रेपो से जुड़ी हुई हैं.
बैंक ने एक साल के बैंचमार्क एमसीएलआर को भी 7.20 फीसदी से बढ़ाकर 7.40 फीसदी कर दिया है. लगभग कंज्यूमर लोन जैसे ऑटो, होम और पर्सनल लोन एमसीएलआर से लिंक्ड है. इसलिए रेपो रेट में बदलाव होता है तो इनमें भी परिवर्तन होता है. एसबीआई ने रेपो रेट लिंक्ड लेंडिंग रेट (RLLR) को भी 15 जून से बढ़ा दिया है. पहले आरएलएलआर 6.65 फीसदी थी, जिसे अब बढ़ाकर 7.15 फीसदी कर दिया है. बढ़ी हुई दरें 15 जून से लागू हो चुकी हैं.
एसबीआई 14 जून को ही दो करोड़ रुपये से कम और 211 दिन से 3 साल में मेच्चोर होने वाली फिक्स्ड डिपॉजिट्स की ब्याज दरों में बदलाव किया था. 211 दिन से एक साल से कम अवधि में पूरी होने वाली फिक्स्ड डिपॉजिट्स की ब्याज दरों में बैंक ने 20 आधार अंकों की बढ़ोतरी करते हुए इसे 4.40 फीसदी से 4.60 फीसदी कर दिया गया. एक साल से लेकर दो साल से कम अवधि वाली एफडी पर पहले जहां ग्राहकों को 5.10 फीसदी वार्षिक की दर से बैंक ब्याज दे रहा था, वहीं अब 5.30 फीसदी ब्याज मिलेगा. दो से तीन साल में मेच्योर होने वाली फिक्स्ड डिपॉजिट्स पर बैंक अब 5.35 फीसदी ब्याज दे रहा है.
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