नई दिल्ली। कोरोना वायरस (corona virus) का असर भले ही काफी कम हो गया हो पर इसका दंश अभी भी पोस्ट कोविड मरीजों (post covid patients) को बेहाल कर रहा है। 15 महीने के बाद भी ऐसे लोगों में थायराइड (Thyroid) का स्तर कम होने का नाम नहीं ले रहा।
जानकारी के लिए बता दें कि पिछले कुछ सालों में थायराइड (Thyroid) के मरीजों की संख्या तेजी से बढ़ी है. वजन बढ़ने और हार्मोंस में गड़बड़ी होने पर थायराइड की समस्या बढ़ने लगती है. अक्सर उम्र के साथ महिलाओं (women) में थायराइड बढ़ने या कम होने की समस्या ज्यादा होती है. थायरॉइड दो तरह का होता है जिसमें हाइपरथायरॉइडिज्म और हाइपोथायरॉइड (Hyperthyroidism and Hypothyroidism) शामिल है. अगर आपको थायराइड की समस्या है तो इन लक्षणों से पहचानें और इन चीजों से थायराइड को कंट्रोल करें.
थायराइड के लक्षण (Thyroid Symptoms)
हाथ पैरों में कंपन
बालों का झड़ना
नींद कम आना
मांसपेशियों में दर्द
हार्ट बीट तेज होना
भूख ज्यादा लगना
वजन कम होना
घबराहट और चिड़चिड़ापन
बहुत पसीना आना
पीरियड्स में अनियमितता
इन चीजों से कंट्रोल करें थायराइड (Thyroid diet)
थायरॉइड होने पर डाइट में नारियल भी शामिल करना चाहिए. आप कच्चा नारियल खा सकते हैं. नारियल खाने से मेटाबॉलिज्म मजबूत होता है. इससे थायरॉइड कंट्रोल रहता है.
सोयाबीन-
थायराइड के मरीज को खाने में सोयाबीन भी खाना चाहिए. आप सोया मिल्क, टोफू या सोयाबीन खा सकते हैं. इससे हार्मोन बैलेंस करने में मदद मिलती है. सोया प्रोडक्ट से आयोडीन की मात्रा को भी कंट्रोल किया जा सकता है.
डेयरी प्रोडक्ट्स-
थायराइड के मरीज को डाइट में डेयरी प्रोडक्ट्स (dairy products) शामिल करने चाहिए. आप दूध, दही, पनीर और दूसरे डेयरी प्रोडक्ट्स का सेवन कर सकते हैं. इससे शरीर को भरपूर कैल्शियम, विटामिन, मिनरल्स और दूसरे पोषक तत्व (Minerals and other nutrients) मिलेंगे.
मुलेठी-
थायराइड को कंट्रोल करने के लिए मुलेठी खा सकते हैं. मुलेठी (Muleti) में ऐसे कई पोषक तत्व पाए जाते हैं. जिसे खाने से थकान और कमजोरी (fatigue and weakness) की समस्या दूर होती है. आपको किसी भी रूप में मुलेठी खानी चाहिए.
आंवला-
विटामिन सी से भरपूर आंवला (Gooseberry) खाने से इम्यूनिटी मजबूत होती है. आंवला खाने से थायराइड की समस्या दूर होती है. बालों को काला बनाने के लिए आंवला खाना चाहिए. इससे ब्लड सर्कुलेशन (blood circulation) अच्छा रहता है. आंवला खाने से थायरॉइड की समस्या भी कम हो जाती है.
1. सेब
सेब स्वास्थ्यप्रद फूड्स में से एक है और दुनिया भर में काफी लोकप्रिय है. रोजाना एक सेब खाने से वजन बढ़ने से रोका जा सकता है. ब्लड शुगर लेवल को मैनेज किया जा सकता है और थायरॉइड ग्लैंड को भी काम करने की स्थिति में रखा जा सकता है. अध्ययनों से पता चलता है कि सेब आपके शरीर को डिटॉक्सीफाई कर सकता है जो थायरॉयड ग्रंथि को अच्छी तरह से काम करने में मदद करता है. सेब कोलेस्ट्रॉल लेवल को भी कम करता है और थायरॉइड, मोटापा और हृदय रोग से बचाता है.
2. जामुन
एंटीऑक्सिडेंट से भरपूर होने के कारण, जामुन आपके थायरॉइड अंगों के लिए बेहतरीन हैं. वे थायराइड हार्मोन के उत्पादन को प्रोत्साहित करने और उन्हें सुचारू रूप से कार्य करने में मदद करते हैं. जामुन में विटामिन और खनिज भी होते हैं जो हमें मुक्त कणों से होने वाले ऑक्सीडेटिव क्षति से बचाते हैं. अगर आप डायबिटीज और वजन बढ़ने से पीड़ित हैं, तो दो समस्याएं जो थायराइड रोग के मामले में आम हैं. जामुन भी फलों का पसंदीदा विकल्प है.
3. संतरे
विटामिन सी और एंटीऑक्सिडेंट से भरपूर, संतरा आपके कोशिकाओं को और नुकसान से बचाते हुए मुक्त कणों को बेअसर कर सकता है. मुक्त कण थायरॉयड ग्रंथि में सूजन पैदा करते हैं और इसके कामकाज को प्रभावित कर सकते हैं. विटामिन सी भी इम्यूनिटी को बढ़ाता है, ब्लड शुगर लेवल को कंट्रोल रखता है, कोलेस्ट्रॉल लेवल का मैनेज करता है, त्वचा की क्षति को रोकता है और घावों को ठीक करने में मदद करता है.
4. अनानास
अनानास में विटामिन सी और मैंगनीज की उच्च मात्रा होती है, ये दोनों पोषक तत्व हमारे शरीर को फ्री रेडिकल्स से होने वाले नुकसान से बचा सकते हैं. इस खट्टे फल में विटामिन बी भी होता है जो थायरॉइड के लक्षणों में से एक थकान को दूर करने में मदद कर सकता है. अनानास का सेवन कैंसर, ट्यूमर और कब्ज से पीड़ित लोगों के लिए भी अच्छा होता है.
नोट– उपरोक्त दी गई जानकारी व सुझाव सिर्फ सामान्य सूचना के लिए हैं हम इसकी जांच या सत्यता का दावा नहीं करते हैं, इन्हें अपनाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ की सलाह जरूर लें.
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