जबलपुर। पुलिस कप्तान सिद्धार्थ बहुगुणा ने बीती रात पुलिस कन्ट्रोलरूम में अपराध समीक्षा बैठक ली गयी। बैंठक में अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक गोपाल प्रसाद खाण्डेल, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक प्रदीप कुमार शेण्डे, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक शिवेश सिंह बघेल, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक अपराध समर वर्मा तथा जिले मे पदस्थ समस्त राजपत्रित अधिकारी एवं समस्त थाना प्रभारी शहर उपस्थित थे। पुलिस कप्तान ने कहा कि सीएम हेल्प लाइन की शिकायतों की समस्त राजपत्रित अधिकारी एवं थाना प्रभारी स्वयं समीक्षा करते हुए शिकायतकर्ता से विनम्रता पूर्वक चर्चा करें एवं उनकी जो भी शिकायत है वैधानिक कार्यवाही करते हुए उसका प्राथमिकता के आधार पर त्वरित संतुष्टीप्रद निकाल करें तथा शिकायतकर्ता को की गई कार्यवाही से अवगत करायें, साथ ही समस्त राजपत्रित अधिकारी सीएम हेल्प लाइन से संबंधित शिकायतों की सुनवाई के लिए प्रति सप्ताह शनिवार के दिन अनुभाग के किसी भी एक थाने में कैंप लगायें, एवं लंबित शिकायतों की स्वयं सुनवाई करते हुये निकाल करायें। मान्नीय उच्च न्यायालय के द्वारा जारी समंस एवं वारंट की तामीली प्राथमिकता के आधार पर विशेष रूचि लेकर की जाये इसमें किसी भी प्रकार की कोई लापरवाही न बरती जाये।
न हो अपराधों के पुनरावृत्ति
उन्होंने कहा कि विगत 5 वर्ष में जिन स्थानों पर 5 या अधिक अपराध घटित हुये है उन स्थानों की पहचान हॉट-स्पॉट के रूप में की गयी है, चिन्हित किये गये हॉट-स्पॉट में कैप लगाकर कारण का पता लगायें एवं प्रयास करें कि पुनरावृत्ति न हो। थानों में लंबित धारा 363 भादवि के प्रकरण में अपहृत अवयस्क बालक/बालिकाओं की हर सम्भव प्रयास कर दस्तयाब करने के लिए तथा 173(8)जाफौण् के प्रकरणों में पतासाजी कर आरोपी की शीघ्र गिरफ्तारी करते हुए प्रकरणों का निकाल करायें जाने के लिए आदेशित किया ।
नशे के व्यापार में लिप्त अपराधियों पर करें सख्त कार्यवाही
पुलिस कप्तान श्री बहुगुणा ने कहा कि अवैध शराब एवं मादक पदार्थध्नशीले इंजेक्शन के कारोबार मे लिप्त आसामाजिक तत्वों तथा काला बाजारी करने वालों, मिलावटखोरों, भू-माफियाओं, चिटफंड कंपनी के कारोबारियों एवं सूदखोरों तथा संगठित जुआ सट्टा खिलाने वालोंए को चिन्हित करते हुये सभी के विरूद्ध प्रभावी कार्यवाही करें। प्रतिदिन रात्रि में स्थान एवं समय बदल कर थाना क्षेत्रों में चैकिंग की जाये, चैकिंग के दौरान शराब पीकर वाहन चलाने वालों के विरूद्ध विरूद्ध कार्यवाही की जाये। उन्होंने 31 दिसम्बर तक लंबित अपराधों के निराकरण के लिए आदेशित करते हुये कहा गया कि साल के आखरी 15 दिन बचे हैं, बिना कारण कोई भी अपराध लंबित नहीं होना चाहिये।
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