- कल हुई बैठक में कलेक्टर ने कहा, बाहर से आए लोग मेहमान के समान
उज्जैन। बाहर से आने वाला प्रत्येक यात्री और पर्यटक सबसे पहले ई-रिक्शा या ऑटो चालकों से मिलता है, एक तरह से वह शहर का मेहमान होता है। ऐसे में सभी ई-रिक्शा और ऑटो चालक उनसे मेहमान की तरह व्यवहार करें तथा अधिक किराया न वसूलें। इससे बाहर से आने वाले अतिथि यहाँ से अच्छी स्मृति लेकर लौटेंगे।
बैठक को सम्बोधित करते हुए कलेक्टर आशीष सिंह ने ई-रिक्शा, ऑटो रिक्शा एवं मैजिक संचालकों से कहा कि अतिथियों से मृदु व्यवहार करें, जय महाकाल कहकर उनका अभिवादन करें व उन्हें होटल व मन्दिर के लिए नियत स्थानों के पास ले जाकर छोड़ें तथा उचित किराया लें। आपने कहा कि उज्जैन की अच्छी छवि बनाने में ई-रिक्शा, ऑटो रिक्शा व मैजिक चालकों का महत्वपूर्ण योगदान रहेगा। उन्होंने कहा कि जनवरी माह में इन्दौर में प्रवासी भारतीय सम्मेलन, ग्लोबल समिट एवं जी-20 सम्मेलन होने जा रहे हैं, इस कारण से बड़ी संख्या में विदेश एवं देश के विभिन्न क्षेत्रों से यात्री महाकाल महालोक को देखने एवं भगवान महाकालेश्वर के दर्शन के लिये पहुंचेंगे।
उन्होंने कहा कि यह अवसर विश्वभर में उज्जैन की अच्छी छवि पहुंचाने का दुर्लभ अवसर है। कलेक्टर ने कहा है कि हमारा प्रयास होना चाहिये कि बाहर से आने वाले अतिथियों के जेहन में उज्जैन की अच्छी छवि उभरे, जिससे यहां आने वाले लोग उज्जैन के अतिथि सत्कार परम्परा एवं मालवा की संस्कृति के बारे में अच्छी सोच लेकर जाएं। प्रत्येक रिक्शा चालक को लेमिनेटेड पुस्तक दी जाएगी, जिसमें उज्जैन के प्रमुख दर्शनीय स्थलों, उनके महत्व, श्री महाकालेश्वर मन्दिर एवं श्री महाकाल महालोक के बारे में विवरण होगा। बैठक में नगर निगम आयुक्त रोशन सिंह ने कहा कि श्री महाकाल महालोक के कारण उज्जैन का नाम विश्व पटल पर आ गया है। एडीएम संतोष टैगोर ने बैठक में कहा कि रिक्शा चालकों से व्यवहार में मधुरता लाने के लिये इस तरह पहले भी बातचीत की जा चुकी है। बैठक में आरटीओ संतोष कमार मालवीय ने सभी वाहन चालकों से मीटर लगवाने तथा पान, बीड़ी, गुटखा एवं नशा नहीं करने का आग्रह किया। कार्यक्रम में रिक्शा चालक एसोसिएशन के पदाधिकारियों ने अपनी समस्याओं के बारे में जानकारी दी, जिसे वरिष्ठ अधिकारियों द्वारा शीघ्र दूर करने का आश्वासन दिया गया। बैठक में अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक अभिषेक आनन्द भी मौजूद थे।