भोपाल। गरीबों को लॉकडाउन (Lockdown) या कोरोना कर्फ्यू (Corona Curfew) के दौरान राशन (Rashan) के लिए परेशान न होना पड़े। इसके लिए प्रदेश शासन ने गरीब उपभोक्ताओं को अप्रैल के साथ मई का राशन (Rashan) भी देने के निर्देश दिए हैं। राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा अधिनियम-2013 में शामिल पात्र परिवारों के लिए शासन ने कोरोना संक्रमण (Corona infection) के इस दौर में अप्रैल एवं मई 2021 का एकमुश्त खाद्यान, शक्कर, नमक का आवंटन जारी किया है। यानी हितग्राही परिवार इस माह के साथ-साथ अगले माह के लिए भी खाद्यान, शक्कर एवं नमक आदि सामग्री सार्वजनिक वितरण प्रणाली (पीडीएस PDS) की दुकानों से ले सकते हैं। जिन पात्र परिवारों द्वारा माह अप्रैल की सामग्री प्राप्त की जा चुकी है। उन परिवारों को माह मई की सामग्री का वितरण अप्रैल में किया जाएगा। इस संदर्भ में जिला खाद्य आपूर्ति अधिकारी ज्योति शाह नरवरिया (Jyoti Shah Narwaria) ने बताया कि सभी उचित मूल्य की दुकानों पर दो माह अप्रैल एवं मई की एकमुश्त सामग्री वितरण की सूचना भी प्रदर्शित करनी होगी। सभी दुकानदार विक्रेता एवं प्रबंधकों को इसका व्यापक प्रचार-प्रसार के साथ सामग्री वितरण के दौरान कोविड-19 की गाइडलाइन (Guidline) का भी पूर्ण रूप से पालन करने के निर्देश दिए है। निर्देशों की अवहेलना करने पर प्राथमिक कृषि साख सहकारी समिति एवं सहकारी भंडार के प्रबंधक एवं विक्रेताओं के विरुद्ध मध्यप्रदेश (Madhya Pradesh) सार्वजनिक वितरण प्रणाली नियंत्रण आदेश-2015 के प्रावधानों के तहत कार्रवाई की जाएगी। इधर, राजधानी भोपाल (Bhopal) में कुछ राशन दुकानों में वैक्सीनेशन (Vaccination) शुरू होने से लोग वहां पर अपेक्षित संख्या में लोग राशन लेने नहीं पहुंच रहे हैं।
मिट्टी के तेल में कटौती
फूड विभाग से मिली जानकारी के अनुसार अब प्रति राशन व मजदूरी कार्ड पर गरीब पात्र उपभोक्तों को वितरण किया जाने वाला केरोसिन कम कर दिया है। अब प्रति परिवार को हर माह एक लीटर केरोसिन मिलेगा। वहीं दो किलो गेहू, दो किलो बाजरा व एक किलो वाली नमक की थैली एक रुपए प्रतिकिलो के हिसाब से राशन कार्डधारकों को प्रतिमाह मिलेगा। बता दें कि राजधानी में 400 से अधिक राशन दुकानें हैं, जहां करीब 3 लाख से अधिक परिवारों को राशन वितरण किया जाता है। ये सभी पात्र परिवार दो महीने का राशन ले सकते हैं।
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