विदेश

पाकिस्तान में महिला अधिकारों का हनन, पाकिस्तानी ईसाइयों ने किया प्रदर्शन

लाहोर (Lahore)। नीदरलैंड (Netherlands) में प्रवासी पाकिस्तानी ईसाइयों (Overseas Pakistani Christians) ने बुधवार को पाकिस्तान (Pakistani ) में महिलाओं और लड़कियों के मानवाधिकारों के उल्लंघन का विरोध किया। 8 मार्च को आयोजित महिला दिवस के अवसर पर एक्शन कमेटी फॉर क्रिश्चियन राइट्स, ओवरसीज पाकिस्तान क्रिश्चियन एलायंस और ग्लोबल ह्यूमन राइट्स डिफेंस (GHRD) ने नीदरलैंड (Netherlands) […]

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गर्भपात और महिला अधिकार

– डॉ. वेदप्रताप वैदिक सुप्रीम कोर्ट ने भारत की महिलाओं के अधिकारों के इतिहास में नया अध्याय जोड़ दिया है। उसने अपने ताजातरीन फैसले में सभी महिलाओं को गर्भपात का अधिकार दे दिया है, वे चाहे विवाहित हों या अविवाहित हों। भारत में चले आ रहे पारंपरिक कानून में केवल विवाहित महिलाओं को ही गर्भपात […]

ब्‍लॉगर

मैरिटल रेप: स्त्री-पुरुष के अधिकारों का द्वंद

– प्रभुनाथ शुक्ल ‘मैरिटल रेप’ अब सिर्फ एक शब्द नहीं, हाल के दिनों में स्त्री अधिकार और उसके विमर्श का केंद्र बन गया है। भारत जैसे उदार देश में एक तरफ तीन तलाक और हालाला जैसी कुप्रथाएं पुरुष के एकाधिकार को साबित करती हैं। वहीं, ‘मैरिटल रेप’ यानी वैवाहिक बलात्कार भी स्त्री अधिकारों का दमन […]

ब्‍लॉगर

महिला अधिकारों के लिए सदैव संघर्षरत रहीं सरोजिनी नायडू

– योगेश कुमार गोयल आजादी के राष्ट्रीय आन्दोलन में उल्लेखनीय योगदान करने वाले स्वतंत्रता सेनानियों में ‘नाइटिंगेल ऑफ इंडिया’ तथा ‘भारत कोकिला’ के नाम से विख्यात कवयित्री और देश के सर्वोत्तम राष्ट्रीय नेताओं में से एक सरोजिनी नायडू का नाम सदैव आदर के साथ स्मरण किया जाता है। उन्हीं के सम्मान में प्रतिवर्ष 13 फरवरी […]

विदेश

तालिबान का ऐलान- साल 2000 से 2020 के बीच हाईस्कूल करने वालों की डिग्री बेकार

नई दिल्ली। अफगानिस्तान(Afghanistan) की सत्ता पर जब से तालिबान(Taliban) ने कब्जा किया है, काफी कुछ बदल गया है. तालिबानी सजा (Taliban punishment) का दौर लौट आया है तो महिला अधिकारों (women’s rights) पर भी बन आई है. विश्वविद्यालयों में महिलाओं के क्लास करने पर रोक (Ban on women classes in universities) लगा दी गई है […]

ब्‍लॉगर

हंसा मेहता: महिला अधिकारों के प्रति सजग नेत्री

– प्रतिभा कुशवाहा देश की आजादी में ऐसी बहुत सी महिलाओं का योगदान है जो संभ्रांत और अमीर परिवारों से आईं। जाहिर है इन महिलाओं को उच्च शिक्षा और वह भी विदेशों से भी प्राप्त हुई, जिसका उपयोग उन्होंने न केवल देश की आजादी वरन् एक बेहतर आजाद देश के निर्माता के तौर पर किया। […]