नई दिल्ली । मध्य प्रदेश के इंदौर शहर (indore City)को शनिवार को केंद्र के स्वच्छ सर्वेक्षण 2021 पुरस्कार (Swachh Survekshan 2021) के तहत लगातार 5वीं बार भारत का सबसे स्वच्छ शहर घोषित (India’s cleanest city declared) किया गया है। जबकि गुजरात का सूरत और आंध्र प्रदेश के विजयवाड़ा ने क्रमशः दूसरा (Surat in Gujarat and Vijayawada in Andhra Pradesh won the second place respectively.) और तीसरा स्थान हासिल किया है।
केंद्र सरकार द्वारा घोषित वार्षिक स्वच्छता सर्वेक्षण में छत्तीसगढ़ को भारत का सबसे स्वच्छ राज्य घोषित किया गया। सर्वेक्षण में सबसे स्वच्छ गंगा शहर की श्रेणी में वाराणसी को पहला स्थान मिला है। एक लाख से कम आबादी में देश के सबसे स्वच्छ शहर का पुरस्कार महाराष्ट्र के वीटा को दिया गया। इस श्रेणी में दूसरे और तीसरे स्थान पर महाराष्ट्र का ही लोनावला और सासवड शहर हैं।
राष्ट्रपति राम नाथ कोविन्द ने शनिवार को यहां विज्ञान भवन में देश के सबसे स्वच्छ शहरों और राज्यों को स्वच्छ सर्वेक्षण 2021 के पुरस्कार प्रदान किए। इस मौके पर राष्ट्रपति ने स्वच्छ सर्वेक्षण 2021 के परिणामों की विस्तृत जानकारी उपलब्ध कराने के लिए स्वच्छ सर्वेक्षण 2021 रिजल्ट डेश बोर्ड और स्वच्छता गान- ‘हर धड़कन है स्वच्छ भारत की” लॉन्च किया।
आदरणीय राष्ट्रपति श्री रामनाथ कोविंद जी के आशीर्वचन और मार्गदर्शन मध्य प्रदेश ही नहीं, बल्कि पूरे देश में स्वच्छता के प्रयासों को अभूतपूर्व गति प्रदान करेंगे। राष्ट्रपति महोदय का मैं प्रदेश के समस्त नागरिकों की तरफ से आभार, अभिनंदन व्यक्त करता हूं।@rashtrapatibhvn https://t.co/tmzYfJ9xzH
— Shivraj Singh Chouhan (@ChouhanShivraj) November 20, 2021
स्वच्छ सर्वेक्षण के छठे संस्करण में कुल 4,320 शहरों ने भाग लिया। शहरों को आमतौर पर स्टार रेटिंग के माध्यम से चुना जाता है। 2018 में 56 के मुकाबले इस साल 342 शहरों को स्टार रेटिंग के तहत प्रमाण पत्र दिए गये। इसमें नौ पांच सितारा शहर, 166 तीन सितारा शहर, 167 एक सितारा शहर शामिल हैं।
इस मौके पर केंद्रीय आवास एवं शहरी मामलों के मंत्री हरदीप सिंह पुरी, राज्य मंत्री कौशल किशोर, छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल, सिक्किम के मुख्यमंत्री प्रेम सिंह तमांग आदि मौजूद रहे। एजेंसी/(हि.स.)
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