लंंदन । ब्रिटेन में स्कॉटलैंड यार्ड के एक अधिकारी को गिरफ्तारी के दौरान एक अश्वेत की गर्दन पर घुटना रखने के आरोप में निलंबित कर दिया गया है। आरोपी पर सार्वजनिक स्थल पर चाकू रखने का आरोप है।
यह घटना ब्रिटेन की राजधानी इस्लिंगटन क्षेत्र में हुई थी और इससे जुड़ा एक वीडियो सोशल मीडिया पर आने के बाद से पुलिस को लोगों की आलोचना का सामना करना पड़ा। हाल में ही अमेरिका की एक ऐसी घटना के कारण दुनिया भर में विरोध प्रदर्शन हुए थे जिसके बाद ‘चोकहोल्ड’ की प्रक्रिया को खत्म का दी गई। 25 मई को अमेरिका के मिनिपोलिस में न्यूयार्क पुलिस ने 46 वर्षीय अफ्रीकी-अमेरिकी नागरिक जॉर्ज फ्लॉयड को पकड़ने की कोशिश की गई थी। इस दौरान पुलिस ने नौ मिनट तक फ्लॉयड की गर्दन पर घुटना से दवाब बनाया था जिसके बाद दम घुटने से उसकी मौत हो गई थी। इस घटना के बाद विश्वभर में दासता की प्रतीक कई पुरानी मूर्तियों को गिराने की हिंसक घटनाएं भी देखी गई थीं। पूरी दुनिया नस्लभेद विरोधी प्रदर्शन शुरू हो गए थे। ब्रिटेन में भी कई दिनों तक हिंसक प्रदर्शन हुए थे।
बतादें कि दरअसल चोकहोल्ड के तहत पुलिस किसी के गले पर दबाव बनाती है जिसके कारण दम घुटने से मौत हो जाती है। इस मामले को लेकर मेट्रोपॉलिटन पुलिस कमिश्नर सर स्टीव हाउस ने कहा कि वीडियो फुटेज बहुत ही परेशान करने वाला है और इसे पुलिस के कामकाज पर नजर रखने वाली संस्था ‘द इंडिपेंडेंट आफिस फॉर पुलिस कंडक्ट (आइओपीसी)’ को सौंप दिया गया है। इस वीडियो में आरोपी को पकड़ने के लिए जिस तरह की तकनीक दिखाई गई है, उसका प्रशिक्षण पुलिस ट्रेनिंग के दौरान कभी नहीं दिया जाता है। उन्होंने बताया कि एक अधिकारी को जहां निलंबित कर दिया गया है वहीं एक अन्य को फिलहाल ड्यूटी से हटा दिया गया है।
बीबीसी पर साझा किए गए वीडियो में हथकड़ी लगा आरोपी बार-बार अपना गला छोड़ने के लिए चिल्ला रहा है। एक चश्मदीद ने बताया कि पुलिसवाले जॉर्ज फ्लॉयड की तरह उसे भी मौत के घाट उतार देते, अगर वहां पर मौजूद लोग घटना का वीडियो बनाना नहीं शुरू कर देते। वह जमीन पर बैठा था और उसके हाथ में हथकड़ी लगी थी, आखिर ऐसी क्या वजह थी कि पुलिस को उसकी गर्दन पर घुटना रखना पड़ा।
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