पटना । होली के मौके पर बिहार (Bihar) के कई जिलों में पिछले तीन दिनों में 32 लोगों की संदिग्ध परिस्थितियों में हुई मौत (Bihar Suspicious Death) ने कई सवाल खड़े कर दिए हैं. मृतकों में भागलपुर के 16, बांका के 12, मधेपुरा में तीन, नालंदा में एक व्यक्ति शामिल हैं. यही नहीं भागलपुर में दो, बांका में 6 और मधेपुरा में एक दर्जन लोग बीमार बताए जा रहे हैं. भागलपुर (Bhagalpur) और बांका (Banka) की अगर बात करें तो वहां एक व्यक्ति की आंखों की रोशनी भी छीन गई है. लोगों के बीच इस बात की चर्चा है कि जहरीली शराब से ही इतने लोगों की मौत हुई है.
कुछ मृतकों के परिजनों ने भी इस बात को स्वीकार किया है, हालांकि पुलिस और प्रशासन इन मौतों के लिए बीमारी को वजह बता रहा है. भागलपुर में लोगों ने जहरीली शराब से मौत का आरोप लगाते हुए सड़क जाम कर हंगामा किया है. बांका के अमरपुर थाना क्षेत्र के कई गांवों में शुक्रवार से अभी तक 11 लोगों की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो जाने की बात सामने आई है. एक साथ इतनी मौतों को जहरीली शराब से जोड़कर देखा जा रहा है.
संजय मांझी के परिजनों की मानें तो बाहर से खाना खाकर लौटने के बाद संजय की तबीयत अचानक बिगड़ गई. इसी तरह रघुनंदन के परिजनों ने भी पेट में दर्द शिकायत के बाद अस्पताल ले जाने और फिर मौत हो जाने की बात कही. सबसे खास बात यह है कि अधिकारी जहरीली शराब से मौत की पुष्टि तक नहीं कर रहे हैं. बांका एसपी अरविंद कुमार गुप्ता और उत्पाद अधीक्षक अरुण मिश्रा की मानें तो शराब से मौत की सूचना नहीं है.
भागलपुर में भी विश्वविद्यालय थाना क्षेत्र के नाथनगर इलाके में जहरीली शराब पीने से 5 लोगों की मौत की बात सामने आई है. इसके अलावा कई दूसरे लोग भी अभी बीमार हैं. परिजनों के अनुसार सभी ने होली के दिन शराब का सेवन किया था. विनोद राय नामक मृतक की पत्नी की मानें तो होली के दौरान उसके पति ने शराब पी थी. इस इलाके में 24 साल के छोटू साह का इलाज स्थानीय जवाहरलाल नेहरू मेडिकल कॉलेज अस्पताल में चल रहा है.
मधेपुरा जिले में भी मुरलीगंज थाना क्षेत्र के अंतर्गत दिग्गी में बीते 3 दिनों में 4 लोगों की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई है. शुक्रवार को दिग्गी में नागेंद्र सिंह के पुत्र पूराक सिंह की मौत हो गई, इसके अलावा शनिवार को लोक जनशक्ति पार्टी के प्रखंड अध्यक्ष नीरज निशांत सिंह बौआ की सहरसा में इलाज के दौरान मौत हो गई. यहीं पर इलाज के दौरान एक और युवक संजीव कुमार रामानी और एक दूसरे युवक की मौत हो गई. मृतकों में तीन एक ही गांव के बताए जाते है.
होली के मौके पर बिहार के विभिन्न जिलों में एक साथ हुई इतनी बड़ी संख्या में मौत को लेकर बिहार का सियासी तापमान भी लगने लगा है. विपक्षी पार्टियों राजद और कांग्रेस ने सरकार पर हमला बोला है. राजद एमएलसी रामबली चंद्रवंशी ने सरकार और शराब बंदी कानून में विफलता का आरोप लगाते हुए चल दलिया बैठक बुलाने की मांग की है. उधर कांग्रेस के एमएलसी प्रेमचंद्र मिश्रा ने कहा है कि सरकार शराब बंदी कानून को लेकर हठधर्मिता पर उतारू है और जब तक स्तरीय बैठक सेवानिवृत्त अधिकारियों की बैठक और एनजीओ की बैठक बुलाकर इस मामले का सरकार समाधान नहीं हो जाएगी तब तक जहरीली शराब से होने वाली मौतों पर नियंत्रण पाना मुश्किल है.
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