प्योंगयांग: उत्तर कोरिया के सरकारी मीडिया ने गुरुवार को कहा कि चीन की सीमा से लगे एक इलाके में अज्ञात बुखार का प्रकोप सामने आया है. लेकिन दावा किया गया कि ये कोरोना वायरस के मामले नहीं हैं. जिस पर उत्तर कोरिया ने इसी महीने पूरी तरह काबू पाने की घोषणा की है. न्यूज एजेंसी रायटर्स की एक खबर के मुताबिक उत्तर कोरिया की सरकारी केसीएनए समाचार एजेंसी ने यह सूचना दी है.
राज्य आपातकालीन महामारी रोकथाम मुख्यालय के हवाले से कहा गया है कि मंगलवार को चीन के साथ लगी सीमा के पास रियानगांग प्रांत में बुखार के चार मामले सामने आए हैं. इनके घातक महामारी से संक्रमित होने के संदेह के कारण अधिकारियों ने तुरंत इलाके को सील कर दिया और मेडिकल टीमों को जुटाने के काम पर लग गए.
फिलहाल ये कहा जा रहा है कि राष्ट्रव्यापी महामारी की स्थिति के विस्तृत विश्लेषण से पता चला है कि इस महीने की शुरुआत में देश में कोरोना महामारी का प्रकोप खत्म होने के बाद से कोविड-19 का कोई मामला सामने नहीं आया है. फिर भी अधिकारियों ने बुखार के मामलों के कारणों की जांच के लिए क्षेत्र में महामारी विज्ञान, वायरोलॉजी और परीक्षण विशेषज्ञों को भेजा है. जबकि बुखार को फैलने से रोकने के लिए उपाय किए जा रहे हैं.
केसीएनए ने कहा कि अधिकारी संदिग्ध बुखार के मामलों से जुड़े सभी लोगों और संबंधित इलाके से आने-जाने वाले व्यक्तियों का पता लगाने और उन्हें सख्त चिकित्सा निगरानी में रखने के लिए कदम उठा रहे हैं. गौरतलब है कि उत्तर कोरिया ने कोविड-19 पर अपनी जीत की घोषणा के बाद दक्षिण कोरिया को इस महामारी को प्रकोप पैदा करने के लिए दोषी ठहराया था. उत्तर कोरिया ने इसका बदला लेने की कसम भी खाई थी. जबकि दक्षिण कोरिया ने इस दावे को निराधार बताया.
उत्तर कोरिया ने कभी ये नहीं बताया कि उसके यहां कितने लोगों को कोरोना संक्रमण हुआ था. इसका कारण है कि उसके पास बड़े पैमाने पर टेस्ट करने के साधनों की कमी है. इसके बजाय उत्तर कोरिया ने बुखार के रोगियों की दैनिक संख्या की सूचना दी, जो बढ़कर लगभग 47.7 लॉख हो गई. इसके बाद उत्तर कोरिया ने दावा कर कहा कि 29 जुलाई के बाद से इस तरह का कोई नया मामला दर्ज नहीं किया गया है.
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