पटना। बिहार के उप मुख्यमंत्री सुशील मोदी ने तेजस्वी यादव पर सनसनीखेज आरोप लगाए हैं। उन्होंने कहा कि तेजस्वी यादव ने अपने नामांकन पत्र में संपति के बारे में जानकारी छुपाई है। मोदी ने एलान किया कि हम तेजस्वी को छोड़ेंगे नहीं। उन्होंने कहा कि लालू प्रसाद अपने कर्मों की सजा भोग रहे हैं। तेजस्वी ने नामांकन में जो तथ्य छुपाये हैं, उसके खिलाफ वे चुनाव आयोग में शिकायत दर्ज करायेंगे।
सुशील मोदी ने आरोप लगाते हुए कहा कि नामांकन में उन्होंने जिक्र किया है कि वर्ष 2005 में रघुनाथ झा ने तेजस्वी को दो मंजिला मकान गिफ्ट किया था लेकिन तेजस्वी ने जो जानकारी दी है, उसमें खरीदने का उल्लेख है। वहीं, पटना के चितकोहरा में कांति सिंह ने संपत्ति गिफ्ट की थी, उसे भी खरीदने की बात तेजस्वी यादव ने अपने नामांकन के दौरान बताई है। ऐसे में वे पूरे तौर पर झूठ बोल रहे हैं। इसके खिलाफ वे चुनाव आयोग से शिकायत दर्ज कराएंगे।
सुशील मोदी ने आरोप लगाया कि तेजस्वी ने हलफनामें में 4 करोड़, 10 लाख का ऋण देने की बात की जानकारी दी है। लेकिन उन्होंने यह नहीं बताया है कि किस कम्पनी को कर्ज दिया है और ऋण देने के लिए पैसा कहां से आया? वर्ष 2015 के शपथपत्र में दिखाया है कि 1 करोड़, 7 लाख का लोन किसी भारतीय कम्पनी को दिया है। आखिर बिना किसी नौकरी, व्यवसाय के इतना पैसा कहां से आया कि किसी अन्य को 4 करोड़, 10 लाख का ऋण दे दिया। फिर 5 साल में 3 करोड़ की कहां से आमदनी हुई कि 4 करोड़, 10 लाख का ऋण बांट दिया गया।
तेजस्वी यादव 52 एवं तेजप्रताप 28 से ज्यादा सम्पत्ति के मालिक कैसे बन गए? जब कोई पुश्तैनी सम्पत्ति नहीं थी, नौंवी तक मुश्किल से पढ़ाई कर पाए, क्रिकेट में भी विफल रहे न कोई नौकरी की, न व्यवसाय किया सुशील मोदी ने आरोप लगाया कि तेजस्वी ने हलफनामें में 4 करोड़ 10 लाख का ऋण देने की बात की जानकारी दी है। लेकिन उन्होंने यह नहीं बताया है कि किस कम्पनी को कर्ज दिया हैऔर ऋण देने के लिए पैसा कहां से आया? (एजेंसी, हि.स.)
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