इंदौर। नागपुर की तरह इंदौर में भी बीआरटीएस कॉरिडोर (BRTS Corridor) से होते हुए महू तक थ्री लेयर एलिवेटेड मेट्रो (three layer elevated metro) की संभावना तलाशी जा रही है, जिसके मद्देनजर दिल्ली मेट्रो रेल कॉर्पोरेशन (Delhi Metro Rail Corporation) की टीम आज इंदौर आ रही है। यही टीम नागपुर के प्रोजेक्ट (projects in nagpur) भी अमल में लाई है। दरअसल बीआरटीएस पर एलिवेटेड ब्रिज का प्रोजेक्ट (elevated bridge project) वर्षों से अधर में पड़ा है, क्योंकि इसकी ड्राइंग-डिजाइन ही तय नहीं की जा सकी है।
अभी इंदौर में मेट्रो प्रोजेक्ट (Metro Project in Indore) अमल में लाया जा रहा है, जो पहले और दूसरे चरण में लगभग 32 किलोमीटर लंबाई में एयरपोर्ट से लेकर सुपर कॉरिडोर, एमआर-10, रिंग रोड, पलासिया, एमजी रोड, फिर बड़ा गणपति होते हुए एयरपोर्ट तक बनाया जा रहा है। इसकी समीक्षा के लिए मध्यप्रदेश मेट्रो कार्पोरेशन (Madhya Pradesh Metro Corporation) की एमडी छवि भारद्वाज (MD Chhavi Bharadwaj) चार दिनों से इंदौर में ही डेरा डाले रहीं। वे कल रात भोपाल लौटीं। उसके पहले उन्होंने पूरे मेट्रो रूट का अवलोकन भी किया और मध्य क्षेत्र में जो अंडरग्राउंड लाइन बनना है उसको लेकर आने वाली बाधाओं पर चर्चा की।
संभवत: एक हफ्ते में इस पर भी निर्णय हो जाएगा कि पूरा ट्रैक अंडरग्राउंड (track underground) रहेगा या अत्यंत घने व सघन क्षेत्र में एलिवेटेड रूट ही बनाया जाए। एमडी ने कंसल्टेंट को फटकार भी लगाई और काम की गति बढ़ाने के निर्देश दिए। दूसरी तरफ विजय नगर से महू तक थ्री लेयर एलिवेटेड मेट्रो कॉरिडोर बनाने पर भी चर्चा चल रही है। दरअसल नागपुर में इस तरह का थ्री लेयर मेट्रो कॉरिडोर बनाया गया है, जिसमें दो लेयर में सामान्य यातायात चलता है और सबसे ऊपर मेट्रो ट्रेन दौड़ती है। पिछले दिनों नागपुर की मेट्रो टीम ने इंदौर के जनप्रतिनिधियों और अधिकारियों के समक्ष ऑनलाइन (online before) इसका प्रजेंटेशन भी दिया था।
पहले चरण में राजीव गांधी चौराहा (Rajiv Gandhi Square) से विजय नगर और दूसरे चरण में राजीव गांधी चौराहा से महू तक तथा विजय नगर से देवास नाका तक इस थ्री लेयर मेट्रो की संभावनाएं तलाशी जा रही हैं। इसके लिए आज दिल्ली मेट्रो रेल कॉर्पोरेशन की टीम इंदौर आ रही है, जो इस बात की संभावनाएं तलाश करेगी कि विजय नगर से महू तक जो प्रस्तावित कॉरिडोर सोचा जा रहा है उस पर मैदानी अमल किया जा सकता है अथवा नहीं? इंदौर मेट्रो के उपमहाप्रबंधक अनिल जोशी के मुताबिक डीएमआरसी की टीम आज इस थ्री लेयर कॉरिडोर के साथ ही इंदौर के आसपास के उपमहानगरों में मेट्रो की जरूरतों का भी सर्वे करेगी।
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