नई दिल्ली (New Delhi) । पिछले साल के मुकाबले इस साल देश में कर्मचारियों (employees) को थोड़ा कम इन्क्रीमेंट (increment) मिल सकता है। ग्लोबल प्रोफेशनल सर्विस कंपनी एऑन पीएलसी (Global Professional Services Company Aon PLC) के सर्वे में यह बात सामने आई है। इस साल कर्मचारियों की सैलरी में 9.5 पर्सेंट का इन्क्रीमेंट होने का अनुमान है। यह 2023 की रियल सैलरी इन्क्रीमेंट 9.7 पर्सेंट से थोड़ा कम है।
एऑन पीएलसी के वार्षिक सर्वेक्षण में करीब 45 उद्योगों की 1,414 कंपनियों के आंकड़ों का विश्लेषण किया गया है। इसके अनुसार वित्तीय संस्थानों, इंजीनियरिंग, ऑटोमोटिव और लाइफ साइंस में सबसे अधिक वेतन वृद्धि की पेशकश की संभावना है, जबकि रिटेल तथा आईटी सर्विस में सबसे कम वेतन वृद्धि का अनुमान है।
किस सेक्टर में कितनी बढ़ोतरी की उम्मीद: टेक पैक में प्रोडक्ट कंपनियों 9.5% की बढ़ोतरी दे सकती हैं, जबकि सर्विस से 8.2% की बढ़ोतरी की उम्मीद है। यहां तक कि स्टार्टअप भी पुरानी आईटी सर्विस फर्मों से बेहतर भुगतान कर सकते हैं। एओन का अनुमान है कि वे 2023 में 9% की तुलना में औसतन 8.5% की बढ़ोतरी देंगे। बहुराष्ट्रीय कंपनियां 9.8% की बढ़ोतरी दे सकती हैं। हालांकि, सबसे अधिक इन्क्रीमेंट वित्तीय संस्थानों में 9.9% हो सकती है।
सर्वे के अनुसार, वर्ष 2022 में उच्च वेतन वृद्धि के बाद भारत में वेतन बढ़ोतरी एक अंक यानी 10 पर्सेंट से कम पर स्थिर हो गई है। वहीं, नौकरी छोड़ने की दर 2022 के 21.4 पर्सेंट से गिरकर 2023 में 18.7 पर्सेंट हो गई। भारत में एऑन के चीफ कॉमर्शियल अफसर रूपांक चौधरी ने कहा कि भारत के संगठित क्षेत्र में वेतन में अनुमानित वृद्धि उभरते आर्थिक परिदृश्य के सामने एक रणनीतिक समायोजन का संकेत देती है।
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