20 साल पहले से डली है ड्रैनेज, पानी सहित टेलीफोन की केेबल लाइन… मौजूद है बिजली के खम्भे भी
इंदौर। देवी अहिल्या श्रमिक कामगार संस्था (Devi Ahilya Shramik Kamgar Sanstha) की अयोध्यापुरी (Ayodhyapuri) में पीडि़तों के मुताबिक 20 साल पहले से ड्रेनेज, नर्मदा की पाइप लाइन डली है। वहीं टेलीफोन की केबल लाइन भी बिछी हुई है और बिजली के खम्भे भी लगे हुए हैं। प्रशासन के निर्देश पर नगर निगम की टीम आज मौके पर पहुंचकर बिजली, पानी, ड्रेनेज की व्यवस्था देखेगी। इतने सालों में लाइनें चोक भी हो गई हैं। वहीं केएस सिटी की 60 हजार स्क्वेयर फीट जमीन सरेंडर (surrender) होने के बाद खरीदारों ने एक एकड़ जमीन और सरेंडर (surrender) कर दी है। यह जमीन शैलबाला, अशोक व अन्य के नाम पर ली गई थी।
अयोध्यापुरी (Ayodhyapuri) रहवासी संघ के गौरीशंकर लाखोटिया का कहना है कि सदस्यों की रजिस्ट्रियों की जानकारी ली जा रही है। 300 से अधिक रजिस्ट्रियां तो हैं, वहीं 50-60 रसीदें होने की भी जानकारी सामने आई है। भूमाफियाओं ने जो अवैध रजिस्ट्रियां सदस्यों के भूखंडों पर कर रखी हैं उन्हें निरस्त करवाने की प्रक्रिया भी जारी है। वहीं सिम्प्लेक्स मेगा फाइनेंस के मामले में प्रशासन दोषियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज करवा ही चुका है। वहीं केएस सिटी को 1.47 एकड़ जमीन, जो कि 60 हजार स्क्वेयर फीट होती है, सरेंडर हो चुकी है। रजिस्ट्री जिस आशीष गुप्ता के नाम पर करवाई गई थी उसने प्रशासन को इस आशय का शपथ-पत्र सौंप दिया है। वहीं कल एक एकड़ जमीन शैलबाला, अशोक और अन्य लोगों ने भी सरेंडर कर दी। वहीं प्रशासन के निर्देश पर नगर निगम की टीम ड्रेनेज, पानी, बिजली कनेक्शन के लिए आज पहुंचेगी। रहवासी संघ का कहना है कि 20 साल पहले ही कॉलोनी में विकास कार्य हो चुके थे, लेकिन भूमाफियाओं ने जहां जमीनों की अवैध खरीद-फरोख्त की, वहीं पूरी कॉलोनी पर कब्जा कर गिट्टी, मलबा पटक रखा था, ताकि विकास कार्य नजर नहीं आएं। अब सदस्यों ने अपने-अपने भूखंडों पर बाउंड्रीवॉल भी बनाना शुरू कर दी और ज्यादातर बाउंड्रीवॉल बन भी गई है। वहीं स्पीड ब्रेकर के साथ अन्य व्यवस्थाएं भी की जा रही हैं। 20 साल पहले ही ड्रेनेज लाइन के साथ नर्मदा की लाइन भी डल चुकी है। हालांकि इतने वर्षों में संभव है कि ये लाइनें चोक हो गई होंगी और कुछ क्षतिग्रस्त भी, जिन्हें नए सिरे से तैयार करवाना होगा।
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