मुंबई। भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष चंद्रकांत पाटील ने कहा कि सर्वोच्च न्यायालय के निर्णय के बाद उच्च शिक्षा मंत्री उदय सामंत को इस्तीफा दे देना चाहिए। शुक्रवार को सर्वोच्च न्यायालय ने अपने निर्णय में स्पष्ट कर दिया है कि अब स्नातक के अंतिम वर्ष की परीक्षा होगी जबकि उच्च शिक्षा मंत्री परीक्षा न होने देने के लिए अड़े हुए थे।
चंद्रकांतदादा पाटील ने शुक्रवार को पत्रकारों को बताया कि स्नातक की परीक्षा लेने के संबंध में निर्णय लेने के विश्वविद्यालय अनुदान आयोग के अधिकार पर सर्वोच्च न्यायालय ने आज मुहर लगा दी है। यह भी स्पष्ट हुआ है कि, राज्य सरकार को इस संबंध में निर्णय लेने का कोई अधिकार नहीं था। कोरोना के कारण निर्माण हुई परिस्थिति के कारण परीक्षा को आगे किया जा सकता है लेकिन पूरी तरह से रद्द नहीं किया जा सकता है।
पाटील ने कहा कि अंतिम वर्ष की परीक्षा विद्यार्थियों के कॅरिअर की दृष्टि से महत्वपूर्ण होती है। नौकरी मिलने की दृष्टि से विद्यार्थियों का परीक्षा देकर स्नातक होना महत्वपूर्ण है। इस संबंध में महाविकास आघाडी सरकार की ओर से गलत निर्णय लेते समय राज्यपाल भगतसिंह कोश्यारी ने सरकार को सावधान किया था। लेकिन उच्च शिक्षा मंत्री ने गलत निर्णय लिया था ,इसलिए उच्च शिक्षामंत्री उदय सामंत को तत्काल इस्तीफा दे देना चाहिए। (एजेंसी, हि.स.)
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