भोपाल। प्यारे मियां यौन शोषण की शिकार नाबालिग की मौत के बाद नेहरू नगर स्थित बालिका गृह की तत्कालीन अधीक्षिका अंतोनिया कुजूर एक्का को सस्पेंड कर दिया है, लेकिन एसआईटी को जो तथ्य मिले हैं। यदि वे शासन से सौपी जाने वाली रिपोर्ट में शामिल होते हैं तो अधीक्षिका को बर्खास्त किया जा सकता है। यह तथ्य सामने आया है कि पूर्व में भी बालिका गृह में होने वाले अनियमितता के चलते उन्हें तीन बार सस्पेंड किया जा चुका है, लेकिन ऊंची पहुंच के चलते हर मामले में जांच के बाद उन्हें क्लीनचिट मिल जाती है। इस बार एसआईटी सीधे मुख्यमंत्री को रिपोर्ट करेगी। ऐसे में बचना मुश्किल हैं। सूत्रों के मुताबिक मामले में न्यायिक जांच शुरू हो गई है। बयान में लड़कियों ने बताया कि जब नाबालिग को सुबह उल्टी शुरू हुई थी तो इसकी जानकारी उन्होंने एक्का को दी थी। अधीक्षिका ने उस पर कोई ध्यान नहीं दिया। नाबालिग को पहली उल्टी सुबह दस बजे हुई थी। जब ज्यादा तबियत खराब हुई तब उसे अस्पताल ले जाने के लिए रात आठ बजे 108 एंबुलेंस को फोन लगाया गया। जब एंबुलेंस नहीं आई तो उसके बाद डायल 100 को बुलाकर भेजा गया। जबकि यहां पर स्टाफ के पास कार थी, लेकिन किसी ने भी उसे तुरंत अस्पताल पहुंचाने की जहमत नहीं उठाई।
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