हर व्यक्ति के जीवन में उतार-चढ़ाव का दौर चलता रहता है। कभी तरक्की होने लगती है तो कभी परेशानियों का भी सामना करना पड़ता है। यहां तक कि नौकरी में प्रमोशन नहीं मिलता है। उद्योग धंधों (industries) में घाटा होता है या किसी तरह की कोई शारीरिक परेशानी (physical discomfort) आती है तो व्यक्ति अपनी कुंडली का अध्ययन करवाता है, किन्तु आपके हाथ में भी कई ऐसे योग होते हैं जिन्हें देखकर आप स्वयं अपने अच्छे-बुरे समय का विचार कर सकते हैं। इसके लिए हथेली में सूर्य रेखा और गुरु पर्वत की अच्छी स्थिति होना बहुत जरूरी होता है. ये दोनों ही जातक की जॉब या बिजनेस में सफलता-विफलता के बारे में बताते हैं।
ज्योतिष के अनुसार हस्तरेखा में ग्रहों के पर्वत, उनके उभार, विभिन्न रेखाओं पर मौजूद त्रिकोण, क्रॉस, बिंदु, चतुर्भुज, नक्षत्र या अन्य चिन्ह देखकर भविष्य कथन किया जाता है। तर्जनी उंगली के नीचे के उठे हुए हिस्से को गुरु पर्वत कहते हैं। यह पर्वत जितना ज्यादा उभरा हुआ रहता है, उतना ही अच्छा होता है। इस पर बने शुभ निशान व्यक्ति को सफलता मिली है। हाथ की तीसरी सबसे बड़ी उंगली के नीचे एक खड़ी लाइन होती है, उसे सूर्य रेखा कहते हैं। यदि हाथ में सूर्य रेखा की स्थिति अच्छी हो तो जातक को जॉब हो या बिजनेस दोनों में किस्मत का अच्छा साथ मिलता है। इसके लिए सूर्य रेखा का लंबा और स्पष्ट होना जरूरी होता है जिस जातक के हाथ में बड़ी सूर्य रेखा हो उसे करियर के साथ-साथ सामाजिक क्षेत्र में भी बहुत सफलता मिलती है। वहीं तर्जनी अंगुली अनामिका से लंबी हो, गुरु पर्वत पूर्ण विकसित तथा लालिमा लिए हुए हो, उस पर क्रॉस के चिन्ह के अलावा और अन्य कोई चिन्ह न हो तो उसके जीवन में हंस योग का निर्माण होता है।