नई दिल्ली। भारत-ऑस्ट्रेलिया द्विपक्षीय वर्चुअल शिखर सम्मेलन (India-Australia Bilateral Virtual Summit) सोमवार को आयोजित होगा। इसमें प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी (Prime Minister Narendra Modi) और ऑस्ट्रेलियाई प्रधानमंत्री स्कॉट मॉरिसन (Australian Prime Minister Scott Morrison) के बीच वार्ता के बाद ऑस्ट्रेलिया भारत में कई क्षेत्रों में करीब 1500 करोड़ रुपये (280 मिलियन डॉलर) के निवेश की घोषणा करेगा। यह ऑस्ट्रेलियाई सरकार की ओर से भारत में अब तक का सबसे बड़ा निवेश है।
सूत्रों के मुताबिक भारत और ऑस्ट्रेलिया महत्वपूर्ण खनिजों के क्षेत्र में एक समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर करेंगे। इससे भारत को ऑस्ट्रेलिया से धातु, कोयला और लिथियम हासिल करने में आसानी होगी। साथ ही भारत-ऑस्ट्रेलिया इस महीने के अंत तक अपने व्यापार समझौते को अंतिम रूप दे देंगे। आपसी साझेदारी को बढ़ावा देने के लिए दोनों देश ऑस्ट्रेलिया के कैनबरा में एक केंद्र भी बनाएंगे। अंतरिक्ष, साइबर गतिविधियों, प्रौद्योगिकी, कृषि, शिक्षा और प्रसारण क्षेत्र से जुड़ी भी घोषणाएं की जाएंगी।
विदेश मंत्रालय के अनुसार भारत-ऑस्ट्रेलिया के प्रधानमंत्री का यह दूसरा वर्चुअल शिखर सम्मेलन है। पिछला शिखर सम्मेलन 04 जून 2020 को हुआ था। सोमवार को होने वाले वर्चुअल शिखर सम्मेलन के दौरान दोनों नेता व्यापक रणनीतिक साझेदारी के तहत विभिन्न पहलों पर हुई प्रगति का जायजा लेंगे। यह शिखर सम्मेलन भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच विविध क्षेत्रों में नई पहल और संवर्धित सहयोग का मार्ग प्रशस्त करेगा। उम्मीद है कि दोनों नेता व्यापार, महत्वपूर्ण खनिजों, प्रवास एवं गतिशीलता और शिक्षा क्षेत्र में सहयोग को मजबूत करेंगे।
दोनों नेता आपसी हित के क्षेत्रीय एवं अंतरराष्ट्रीय मुद्दों पर भी चर्चा करेंगे। भारत-ऑस्ट्रेलिया व्यापक रणनीतिक साझेदारी के तहत दोनों देशों ने विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी, रक्षा, साइबर, महत्वपूर्ण रणनीतिक साजोसामान, जल संसाधन प्रबंधन तथा लोक प्रशासन के क्षेत्रों में कोविड-19 महामारी के बावजूद सहयोग करना जारी रखा है। प्रधानमंत्री मोदी और प्रधानमंत्री मॉरिसन ने सितंबर 2021 में क्वाड लीडर्स समिट के इतर कोविड-19 महामारी के बाद पहली बार व्यक्तिगत तौर पर वाशिंगटन डीसी में मुलाकात की थी। (एजेंसी, हि.स.)
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