– चालू सत्र में अभी तक चीनी का निर्यात करीब 56-57 लाख टन हुआ
नई दिल्ली। देश में चीनी विपणन 2021-22 में 31 मार्च, 2022 तक चीनी का उत्पादन 309.87 लाख टन (Sugar production 309.87 lakh tonnes) हुआ है, जबकि पिछले साल की समान अवधि में 278.71 लाख टन चीनी का उत्पादन (278.71 lakh tonnes of sugar production) हुआ था। इस तरह मार्च महीने तक 31.16 लाख टन ज्यादा चीनी का उत्पादन हुआ है। इस दौरान चीनी का निर्यात लगभग 56-57 लाख टन हुआ है।
भारतीय चीनी मिल संघ (इस्मा) ने गुरुवार को एक बयान में कहा कि 31 मार्च, 2022 तक चीनी का उत्पादन 309.87 लाख टन तक पहुंच गया है, जबकि पिछले साल 31 मार्च, 2021 तक 278.71 लाख टन चीनी का उत्पादन हुआ था। उद्योग निकाय के मुताबिक ज्यादा गन्ना उत्पादन और बेहतर उपज के कारण इस साल अक्टूबर, 2021 से 31 मार्च, 2022 के बीच चीनी का 56-57 लाख टन ज्यादा उत्पादन हुआ है।
चीनी उद्योग के प्रमुख संगठन इस्मा ने कहा कि सितंबर में समाप्त होने वाले चालू चीनी विपणन वर्ष 2021-22 में देश का चीनी निर्यात 85 लाख टन तक पहुंच सकता है। इस्मा के मुताबिक भारत ने जहां 72 लाख टन चीनी निर्यात का अनुबंध किया है। वहीं, इस साल मार्च के अंत तक करीब 56-57 लाख टन चीनी का निर्यात हुआ है। इस्मा के मुताबिक वैश्विक बाजार मौजूदा चीनी सत्र में भारत से 85 लाख टन चीनी खरीदने की उम्मीद कर रहा है।
इस्मा के मुताबिक महाराष्ट्र, उत्तर प्रदेश और कर्नाटक देश के शीर्ष तीन चीनी उत्पादक राज्य हैं। उद्योग निकाय के आंकड़ों के अनुसार महाराष्ट्र में चीनी का उत्पादन मार्च तक बढ़कर 118.81 लाख टन हो गया, जबकि एक साल पहले की समान अवधि में 100.47 लाख टन था। उत्तर प्रदेश में इस साल मार्च तक चीनी का उत्पादन 87.50 लाख टन रहा है, जो एक साल पहले की समान अवधि के 93.71 लाख टन के आंकड़े से कम है। देश के तीसरे सबसे बड़े चीनी उत्पादक राज्य कर्नाटक में चीनी का उत्पादन मार्च तक बढ़कर 57.65 लाख टन हो गया, जबकि एक साल पहले की समान अवधि में 42.38 लाख टन था।
उल्लेखनीय है कि चीनी विपणन वर्ष अक्टूबर से सितंबर तक चलता है। चीनी मिलों में पेराई का काम अभी जारी है। चालू चीनी सत्र में मार्च के अंत तक 366 मिलें चल रही थी, जबकि 152 मिलों ने पेराई बंद कर किया है। चीनी विपणन वर्ष 2021-22 के दौरान 518 चीनी मिलों ने पेराई शुरू किया था, जबकि पिछले साल 505 चीनी मिलें संचालित थी। इस तरह पिछले साल के मुकाबले इस साल 13 और मिलों ने पेराई संचालित किया। (एजेंसी, हि.स.)
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