नई दिल्ली। दुनिया भर के लाखों लोगों को प्रभावित करने वाली लाइलाज बीमारी के बारे में जागरूक करने के लिए हर साल आज के दिन यानी 14 नवंबर को विश्व मधुमेह दिवस ((World Diabetes Day) के रूप में मनाया जाता है। यदि इसे कंट्रोल न किया जाए, तो यह आपके अन्य अंगों को भी प्रभावित कर सकता है।
डायबीटी कई तरह की होती है। टाइप 1, टाइप 2, टाइप 3, गेस्टेशनल और प्री-डायबिटीज। चूंकि डायबिटीज का कोई ज्ञात इलाज नहीं है, इसलिए सिर्फ लक्षणों का प्रबंधन करना जरूरी है।
आपका खानपान डायबिटीज को कंट्रोल करने में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है। कई खाद्य पदार्थों को रक्त शर्करा के स्तर को नियंत्रण में रखने के लिए जाना जाता है, जिनमें से एक प्याज है।
प्याज (Onion) से इस तरह करें डायबिटीज को नियंत्रित
डायबिटीज नियंत्रित करने के लिए प्याज को डाइट में शामिल करना एक अच्छा उपाय है। एक अध्ययन में पता चला है कि ताजा प्याज के सेवन से टाइप -1 और टाइप -2 डायबिटीज के बीच रक्त शर्करा के स्तर में कमी आई है।
प्याज में कम ग्लाइसेमिक इंडेक्स भी होता है। जिसका अर्थ है, यह धीरे-धीरे पचता है, जिससे रक्तप्रवाह में चीनी की धीमी गति से रिलीज होती है। आप किसी भी तरह से प्याज का उपयोग कर सकते हैं।
प्याज को आप सूप, स्टॉज, सलाद या सैंडविच में उपयोग करें। आप प्याज का इस्तेमाल पानी बनाने के लिए भी कर सकते हैं। कम-कैलोरी वाला डिटॉक्स ड्रिंक बनाने के लिए भी कर सकते हैं जिसे आप हर सुबह पी सकते हैं।
प्याज का पानी बनाने के लिए जरूर सामग्री
2 कटा हुआ प्याज, 1 कप पानी, 1 चम्मच नींबू का रस, 1 चुटकी सेंधा नमक
इस तरह बनाए प्याज का पानी
– एक ब्लेंडर लें और सभी सामग्रियों को जार में अच्छी तरह मिक्स कर लें।
– नमक प्याज का तीखापन दूर करता है। आप चाहे तो नमक को पूरी तरह से बाहर निकाल सकते हैं।
– यदि आप चाहे तो आप मिश्रण में थोड़ा सा शहद भी मिला सकते हैं।
– लेकिन सुनिश्चित करें कि आपने अपने रक्त शर्करा के स्तर को पहले ही जांच लिया है।
डायबिटीज प्रबंधन के अलावा, प्याज का पानी प्रतिरक्षा और त्वचा स्वास्थ्य के लिए भी अच्छा होता है, जिसमें एंटीऑक्सिडेंट शामिल हैं। हालांकि, आपको भाग के बारे में बहुत सावधान रहना होगा। किसी भी चीज की अधिकता लंबे समय में हानिकारक हो सकती है।
इस बातों का भी ध्यान रखें
– निर्धारित दवाओं को कभी न छोड़ें
– समय पर भोजन लें, उपवास न करें
– खाली पेट व्यायाम न करें
– धूम्रपान से बचें
– फिटिंग वाले जूते पहनने से बचें
– नियमित रूप से व्यायाम करें और शरीर का वजन मेंटेन रखें
– पौष्टिक संतुलित आहार खाएं,
– दिन में 4-6 छोटे आकार का भोजन करें
– शुगर लेवल पर नियमित जांच कराते रहें
©2024 Agnibaan , All Rights Reserved