- खेरची मंडी में 400 से 500 रुपए किलो में बिक रहा है-आम लोगों की पहँुच से दूर
- पिछले वर्ष 25 से 50 रुपये किलो बिका-नुकसान के कारण किसानों ने कम कर दी खेती
उज्जैन। सब्जी मंडियों में अचानक लहसुन की कमी हो गई और लहसुन का दाम इतना महँगा हो गया कि पिछले वर्ष इस समय जो लहसुन 25 से 50 रुपए के बीच बिका था, वह 400 से 500 रुपए किलो में मिल रहा है। उज्जैन की सब्जी मंडियों में इन दिनों लहसुन आम लोगों की पहुँच से बहुत दूर जा चुका है जो लहसुन पिछले वर्ष इस समय 25 से 50 रुपए किलो में बिक रहा था, वह सीधा आज 400 से 500 रुपए किलो में बिक रहा है पिछले वर्ष जनवरी 2023 के दौरान खेरची मंडियों में लहसुन महज 25 से 50 रुपये प्रति किलो के भाव पर बिक रहा था। थोक मंडी में यह भाव 10 से 15 किलो रुपए था।
जबकि इस साल दाम 400 से 500 रुपये किलो है। ऐसा क्यों हुआ इस पर उज्जैन थोक मंडी के व्यापारियों ने बताया कि पिछले वर्ष अधिक नुकसान होने के कारण कम किसानों ने खेती इतनी कम कर दी कि बाजार में लहसुन की समस्या खड़ी हो गई और दाम बढ़ गए हैं। किसानों के अनुसार सबसे अधिक लहसुन मध्य प्रदेश में मालवा संभाग में ही पैदा की जाती है। अधिक नुकसान होने के कारण रकबा एक ही साल में 10 फीसदी कम हो गया है जबकि उत्पादन में 8 फीसदी से ज्यादा की गिरावट दर्ज की गई है। जिसका असर बाजार पर दिखाई दे रहा है। लहसुन एक मसाला कैटेगरी की फसल है। कम दाम की वजह से किसानों को लाखों रुपए का घाटा हुआ था। इस वर्ष किसानों ने लहसुन के स्थान पर दूसरी फसल खेतों में लगाई।