अयोध्या: अयोध्या में रामलला की सेवा में लगे पुजारी और सेवादार को भी किसी प्रकार की इस समस्या न हो. इसको लेकर अब राम मंदिर ट्रस्ट ने एक बड़ा फैसला किया है. राम मंदिर ट्रस्ट ने 20 नए सेना के रिटायर अधिकारियों की तैनाती की है, जिसमें तीन धर्म गुरुओं की भी ड्यूटी प्रभु राम के गर्भगृह में लगाई गई है. अब सेना के रिटायर अधिकारी पुलिस प्रशासन की तर्ज पर तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट की सभी सूचना की जिम्मेदारी संभालेंगे.
राम मंदिर की सुरक्षा हमेशा से संवेदनशील रहती है. यहां लगभग 3000 से ज्यादा जवान राम मंदिर की सुरक्षा में तैनात रहते हैं, जिसमें सीआरपीएफ, यूपी पुलिस, एसएएफ के अलावा पीएससी के जवान शामिल हैं. सुरक्षा और सख्त हो, इसको लेकर राम मंदिर ट्रस्ट ने श्री राम जन्मभूमि में 20 सेना के रिटायर अधिकारियों की भी तैनाती कर दी है . यह रिटायर सेना के अधिकारी प्रभु राम के गर्भगृह में निगरानी करेंगे. साथ ही पुलिस प्रशासन और लू की तर्ज पर सभी सैनिक तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट की सूचनाओं पर भी बारीकी से निगाह रखेंगे.
चंपत राय ने कहा कि सैनिक आज्ञाकारी होता है और मिलकर काम करना जानता है. सैनिक साहसी होता है और मुसीबत से लड़ना जानता है. सैनिक कम आयु में सेवानिवृत हो जाते हैं. राम मंदिर ट्रस्ट के महासचिव ने कहा कि सैनिक सेना में रहने के कारण पैसे का लालची नहीं रहता और ऊर्जावान बना रहता है. सैनिक के बड़े गुण हैं. चंपत राय ने कहा कि अयोध्या में सैकड़ों भूतपूर्व सैनिक हैं. 40 साल की उम्र में रिटायर होकर आ गए हैं. हमने कुछ लोगों से संपर्क किया और उन लोगों को हमारा विचार बहुत ही अच्छा लगा. हमने उनसे निवेदन किया था कि आया करें और वह आने लगे. उनका स्वभाव देखकर उनको उनकी प्रतिभा के अनुसार छोटा-छोटा काम भी सौंपने लगे.
राम मंदिर ट्रस्ट के महासचिव ने कहा कि 10 भूतपूर्व सैनिकों पर एक सुपरविजन है. राम मंदिर में भूतपूर्व धर्मगुरु, इंजीनियर, मेजर, सूबेदार, मेजर, कैप्टन सभी तरह के लोग शामिल हैं. इसके साथ ही दफ्तर में काम करने वाले भूतपूर्व सैनिक भी हैं. चंपत राय ने कहा कि सैनिक समय का पालन करने वाला होता है. भूतपूर्व सैनिकों को अच्छा लग रहा है कि वह समाज की सेवा कर रहे हैं. और हमें भी अच्छा लग रहा है कि हमारे पास जिम्मेदार काम करने वाले लोग हैं.
©2024 Agnibaan , All Rights Reserved