इंदौर। नगर निगम का अमला बारिश की तैयारियों के नाम पर ढोल पीटता रहा है, लेकिन जब दो इंच बारिश होती है तो सारी पोलपट्टी सामने आ जाती है। अभी हालत यह है कि कान्ह नदी के कई हिस्से गाद और कचरे से लबालब हैं। पानी का बहाव रुका हुआ है और यही स्थिति कई नालों की भी है।
नगर निगम ने बीस दिन पहले नदी-नालों की साफ-सफाई का अभियान शुरू किया था, लेकिन दो दिनों में यह अभियान विभिन्न कारणों के चलते बंद हो गया, क्योंकि संसाधन उपलब्ध नहीं हो पा रहे थे। मिल क्षेत्र के एक नाले में पोकलेन फंसने के बाद यह स्थिति बनी थी। अब कान्ह नदी के चंद्रभागा, मच्छी बाजार, छत्रीबाग, संजय सेतु और रामबाग क्षेत्र में यह स्थिति है कि नदी ही नजर नहीं आ रही है।
कहीं जलकुंभी तो कहीं कचरे से नदी पटी है। 25 से ज्यादा छोटे-बड़े नालों की सफाई भी बंद पड़ी है। पिछली बार पलासिया, विनोबा नगर, बड़ी ग्वालटोली, गाडराखेड़ी और अन्य नालों की सफाई नहीं होने के चलते बारिश में वहां का पानी बख्तावरराम नगर से लेकर कई कॉलोनियों के रहवासियों के घरों में घुस गया था, जिसको लेकर खूब हंगामा हुआ था। अभी भी कई नालों की स्थिति खराब है।
महीनों पहले थी बेहतर स्थिति
कान्ह नदी के कई हिस्से अब बूरी हालत में हैं और निगम ने उन हिस्सों पर ध्यान देना बंद कर दिया था, जिसके चलते गाद और कचरा नदी के किनारों से लेकर मध्य हिस्से अटे पड़े हैं। तालाबों में भी सफाई अभियान चलाया गया था, लेकिन नदी नालों की स्थिति बिगड़ गई। कुछ महीनों पहले तक वहां नियमित सफाई की जाती थी।
©2024 Agnibaan , All Rights Reserved