श्रीहरिकोटा। भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (Indian Space Research Organization) ने 10 फरवरी को सुबह 9.18 बजे अपने सबसे छोटे रॉकेट SSLV को सफलतापूर्वक लॉन्च कर दिया। इसका नाम है स्मॉल स्टैलाइट लॉन्च व्हीकल (SSLV)। इसमें अर्थ ऑब्जरवेशन सैटेलाइट EOS-07 भेजा जा रहा है. यह 156.3 किलोग्राम का है। अमेरिका का 10.2 किलोग्राम का जानुस-1 सैटेलाइट भी इसमें जा रहा है। इसके अलावा भारतीय स्पेस कंपनी स्पेसकिड्स का AzaadiSAT-2 जा रहा है। जो करीब 8.7 किलोग्राम का है। आजादी सैट को देश के ग्रामीण इलाकों से आने वाली 750 लड़कियों ने मिलकर बनाया है।
इससे पहले पिछली साल 7 अगस्त को इसी रॉकेट से दो सैटेलाइट छोड़े गए थे. ये थे EOS-02 और AzaadiSAT थे। लेकिन आखिरी स्टेज में एक्सेलेरोमीटर में गड़बड़ी होने की वजह से दोनों गलत ऑर्बिट में पहुंच गए थे। लेकिन पहली बार इस रॉकेट की लॉन्चिंग सफल थी। पिछले लॉन्च में हुई गड़बड़ी को लेकर इसरो प्रमुख एस. सोमनाथ ने कहा था कि सिर्फ दो सेकेंड की गड़बड़ी की वजह से रॉकेट ने अपने साथ ले गए सैटेलाइट्स को 356 किलोमीटर वाली गोलाकार ऑर्बिट के बजाय 356×76 किलोमीटर के अंडाकार ऑर्बिट में डाल दिया था।
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