इंदौर। शहर को सोलर सिटी बनाने के लिए आमजनों में उत्साह देखा जा रहा है। दो सप्ताह के दौरान ही शहर में सैकड़ों लोगों ने अपने परिसरों में सोलर पैनल लगाया है। शहर के तीसों बिजली झोन से इस संबंध में रोज जानकारी ली जा रही है। तीन किलोवॉट तक शासन की ओर से सबसे ज्यादा राशि 18 हजार प्रति किलोवॉट या कुल 54 हजार रुपए की सब्सिडी मिलेगी। इसके बाद सब्सिडी कम हो जाएगी। यह 9 हजार प्रति किलोवॉट ही होगी। अधिकतम 10 किलोवॉट तक के रूफ टॉप सोलर नेट मीटर के लिए ही सब्सिडी दी जाएगी। 10 किलोवॉट तक का संयंत्र लगाने पर 1 लाख 17 हजार रुपए की अधिकतम सब्सिडी मिलेगी।
इंदौर बिजली कंपनी के अधीन करीब 72 अधिकृत वेंडरों से संयंत्र लगवाए जा सकते हैं। सोलर प्लांट लगवाने के लिए नेशनल पोर्टल ह्यशद्यड्डह्म्ह्म्शशद्घह्लशश्च.द्दश1.द्बठ्ठ पर रजिस्ट्रेशन किया जा सकता है। रजिस्ट्रेशन के बाद वेंडर का चयन कर ऑनलाइन आवेदन जमा करना होगा। नेशनल पोर्टल पर टीएफआर अप्रूवल के बाद रजिस्टर्ड वेंडर के साथ अनुबंध होगा। नेट मीटर लगने के बाद बिजली वितरण कंपनी के प्रभारी अधिकारी सत्यापन करेंगे। इसके बाद एक सप्ताह में संबंधित उपभोक्ता के खाते में सब्सिडी आ जाएगी।
सब्सिडी का लाभ ऐसा मिलेगा
2 किलोवॉट 1 लाख 30 हजार 36 हजार
3 किलोवॉट 1 लाख 85 हजार 54 हजार
4 किलोवॉट 2 लाख 30 हजार 63 हजार
5 किलोवॉट 2 लाख 85 हजार 72 हजार
8 किलोवॉट 3 लाख 96 हजार 99 हजार
10 किलोवॉट 4 लाख 80 हजार 1.17 लाख
सूरज की किरणों से सौर ऊर्जा के माध्यम से बिजली पैदा करने के लिए इंदौर शहर के उपभोक्ता आगे रहे हैं। वर्तमान परिदृश्य में उत्साह से आगे आ रहे हैं, यह एक अच्छी पहल है। केंद्र और राज्य सरकार की सब्सिडी का लाभ भी उपभोक्ताओं को दिया जा रहा है। नगर -बिजली कंपनी के संयुक्त प्रयास से उपभोक्ताओं को जागरूक किया जा रहा है।
अमित तोमर, एमडी, मप्रपक्षेविविकं, इंदौर
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