जबलपुर। प्रदेश के उच्च शिक्षा मंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा है कि शिक्षा नीति का उद्देश्य युवाओं को वैश्विक चुनौतियों के अनुरूप शिक्षा और कौशल प्रदान कर आत्मनिर्भर और स्वावलंबी बनाना है। उन्होंने कहा कि शैक्षणिक संस्थान भावी पीढ़ी व समाज का मार्गदर्शन करते हैं। इसलिये वर्तमान परिदृश्य में हमें समाज के लिये लाभदायी साबित होने वाली शिक्षा व्यवस्था को ही अपनाना होगा।
उच्च शिक्षा मंत्री डॉ. यादव ने यह बात रविवार को जबलपुर स्थित रानी दुर्गावती विश्वविद्यालय में “राष्ट्रीय शिक्षा नीति-विश्वविद्यालय में विकास की संभावनायें” विषय पर आयोजित परिचर्चा को संबोधित करते हुये कही। इस मौके पर विधायक कैण्ट अशोक रोहाणी, कुलपति प्रोफेसर कपिल देव मिश्र, प्रभारी कुलसचिव डॉ. दीपेश मिश्रा एवं संयोजक प्रोफेसर राकेश वाजपेयी मौजूद थे।
उच्च शिक्षा मंत्री ने कहा कि विश्वविद्यालय को सामान्य शैक्षणिक गतिविधियों के साथ-साथ शोध एवं अनुसंधान को बढ़ावा देना होगा। उन्होंने कहा कि वीरांगना रानी दुर्गावती के गौरवपूर्ण इतिहास और यशगाथा के उस उज्जवल पक्ष को युवा पीढ़ी के सामने लाना होगा जिसकी जानकारी उन्हें नहीं है। डॉ. यादव ने रानी दुर्गावती और राजा विक्रमादित्य जैसे कालजयी महापुरूषों के अनुछुये पहलुओं और तथ्यों को शोधपीठ और रिसर्च के माध्यम से लोगों के समक्ष लाने का आव्हान किया।
उन्होंने कहा कि विश्वविद्यालय को वर्तमान ज्ञान-विज्ञान के साथ-साथ हमारे प्राचीन विज्ञान का गौरव स्थापित करने की दिशा में काम करने की जरूरत है। विश्वविद्यालय अपने आर्थिक संसाधनों से चले, इसलिये विश्विविद्यालय को आर्थिक रूप से सबल और सक्षम बनाना होगा। डॉ. यादव ने कहा कि विश्वविद्यालय में मेडिकल और कृषि के पाठ्यक्रम शुरू करने की दिशा में सकारात्मक प्रयास किये जायेंगे। इसके लिये शासन स्तर पर समन्वय स्थापित कराने में वे हरसंभव मदद करेंगे।
भवनों के विकास हेतु 5 करोड़
उच्च शिक्षा मंत्री डॉ. यादव ने विश्वविद्यालय में भवनों एवं संसाधनों के विकास के लिये 5 करोड़ रूपये प्रदान करने की घोषणा की । उन्होंने कोरोना काल में मृत विश्वविद्यालयीन कर्मियों के आश्रितों को शीघ्र अनुकंपा नियुक्ति प्रदान करने और रिक्त पदों पर नई भर्तियाँ करने सहित वेतनमान संबंधी समस्याओं को दूर करने निर्देशित किया।
एजुकेशन हब बनेगा जबलपुर
विधायक अशोक रोहाणी ने अपने संबोधन में कहा कि विश्वविद्यालय द्वारा किये जा रहे गुणवत्तापूर्ण नवाचारों की वजह से जबलपुर एजुकेशन हब बन कर रहेगा। श्री रोहाणी ने मंत्री डॉ. यादव से आग्रह किया कि विश्वविद्यालय की विकास की योजनाओं को मूर्तरूप प्रदान करने के लिये जनप्रतिनिधियों और अधिकारियों की संयुक्त बैठक का आयोजन करायें, ताकि विश्वविद्यालय के विकास के लंबित मामलों का त्वरित निराकरण हो सकें।
कुलपति प्रो. कपिल देव मिश्र ने कहा कि नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति वैश्विक परिदृश्यों को ध्यान में रखते हुये ज्ञान और कौशल में वृद्धि करने पर केन्द्रित है। यह युवाओं को आत्मनिर्भर और स्वावलंबी बनाने के साथ-साथ नई पीढ़ी को संस्कारित और चरित्रवान बनाने की दिशा में उठाया गया कदम है। कुलपति ने विश्वविद्यालय में किये जा रहे नवाचारों एवं शैक्षणिक गुणवत्ता के लिये किये जा रहे कार्यों की विस्तार से जानकारी दी। (एजेंसी, हि.स.)
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