वाराणसी (Varanasi) । नीट यूजी परीक्षा (NEET UG Exam) में हुई गड़बड़ी को लेकर वाराणसी (Varanasi) में तैयारी करने वाले छात्रों (Students) का गुस्सा फूट रहा है. अलग-अलग कोचिंग संस्थानों (Coaching Institutes) के हजारों छात्र-छात्राओं ने BHU मेन गेट पर जमकर विरोध प्रदर्शन किया. छात्रों का कहना है कि नीट यूजी परीक्षा को निरस्त किया जाए. छात्रों ने जमकर नारेबाजी की, जिसके बाद पुलिस प्रशासन ने उन्हें समझा बूझकर वापस भेजा. इस बीच धरना प्रदर्शन में शामिल एक छात्र ने कुछ ही सेकेंड में नीट में गड़बड़ियां गिनवाकर एनटीए के दावों पर भी सवाल खड़े कर दिए.
मेडिकल कॉलेज में प्रवेश की परीक्षा नीट का रिजल्ट आने के बाद पूरे देश में नीट की परीक्षा प्रणाली और उसके रिजल्ट पर सवाल खड़े किए जा रहे हैं. इसकी आवाज आज वाराणसी पीएम मोदी के संसदीय क्षेत्र में भी पहुंच गई, जहां हजारों की संख्या में छात्र-छात्राओं ने काशी हिंदू विश्वविद्यालय के मेन गेट पर पहुंचकर जमकर विरोध प्रदर्शन किया. छात्र-छात्राओं के हाथों में तख्तियां थीं. विरोध प्रदर्शन के दौरान प्रदर्शनकारी छात्र-छात्राओं ने फिर से नीट की परीक्षा कराने की मांग की और दोषियों पर कार्रवाई की भी आवाज उठाई.
इस दौरान छात्र-छात्राओं के साथ उनके शिक्षक और अभिभावक भी मौजूद थे. छात्र कृतिक राज ने कहा कि नीट यूजी परीक्षा 2024 में इस वर्ष करीब 24 लाख छात्रों ने हिस्सा लिया था जिनमें से करीब 13 लाख छात्र पास हुए. लेकिन इतिहास में ऐसा पहली बार ऐसा हुआ है जब एक साथ 67 छात्रों को रैंक 1 मिली है. वहीं एक ही सेंटर से 8 छात्रों को 720 में से 720 नंबर हासिल हुए.
नीट यूजी में 695 अंक पाने वाले कृतिक राज ने कहा कि नीट रिजल्ट में कई तरह की गड़बड़ियां देखने को मिली हैं. दो छात्रों को 718 और 719 अंक मिले हैं, एनटीए का दावा है कि उन्होंने टाइम लोस के आधार पर ग्रेस मार्क्स दिए हैं, यहां सवाल यह भी है कि क्या उन एग्जाम सेंटर्स पर एनटीए के ऑफिशियल्स और एनटीए की घड़ी नहीं थी, जो वो हर एग्जाम सेंटर्स पर देते हैं, तो फिर ये टाइम लोस की बात कहां से आती है.
छात्र ने आगे कहा कि कई राज्यों में पेपर लीक की बात सामने आई थी. बिहार के पटना और नालंदा में पुलिस ने कई लोगों पेपर लीक मामले में पकड़ा था, स्टूडेंट्स ने भी माना था कि पेपर लीक हुआ है, उन्हें पेपर रटवाया गया था. इसके बावजूद एनटीए अपने ऑफिशियल नोटिस में पेपर लीक की बात क्यों नकार रहा है. हमारी सरकार से मांग है कि वे इस मामले पर बड़ी कमेटी बैठाकर जांच कराए, ताकि हमें न्याय मिले और री-नीट आयोजित होना चाहिए.
एनटीए द्वारा आयोजित नीट परीक्षा के स्कोर के आधार पर मेडिकल कॉलेजों में दाखिला मिलता है. इसलिए छात्र इस परीक्षा में अव्वल होने के लिए दिन-रात मेहनत करते हैं. वही नीट परीक्षा की तैयारी कराने वाले अध्यापकों ने भी जमकर नीट परीक्षा और एनटीए की आलोचना की.
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