परिजनों का आरोप- एनेस्थिसिया के ओवरडोज से गई जान
इंदौर। कल सुबह कोचिंग (Coaching) के लिए दो दोस्तों के साथ बाइक (Bike) से निकला एक छात्र सड़क़ हादसे का शिकार हो गया। उसके पैर में फ्रैक्चर आया था। बाद में उसे अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने पैर के ऑपरेशन की सलाह दी। जब उसे ऑपरेशन थिएटर (Operation Theater) ले जाया गया तो हंसते-हंसते बात कर रहा था, लेकिन दो घंटे बाद उसकी हालत बिगड़ी और बाद में मौत हो गई। परिजन ने इलाज में लापरवाही बरतने का आरोप लगाते हुए अस्पताल (Hosspital) में हंगामा किया और दोषी डॉक्टरों पर कार्रवाई की मांग की।
लसूडिय़ा पुलिस ने बताया कि 17 वर्षीय अमित पिता रिंकू सेन निवासी ईडब्लूएस संग्रीला टाउनशिप तलावली चांदा 10वीं का छात्र था। उसे परीक्षा में सप्लीमेंट्री आई थी, जिसकी तैयारी के लिए कोचिंग क्लास जाता था। कल सुबह 10 बजे वह बाइक से अपने दो साथियों के साथ कोचिंग के लिए निकला। बायपास के समीप वह सडक़ पार कर रहा था, तब सामने से आ रहे एक वाहन को बचाने में अमित और उसके साथी बाइक से गिर गए। अमित को उसके परिजन रामबाग स्थित राजश्री अस्पताल लेकर गए। परिजन का कहना है कि यहां के डॉक्टरों ने सलाह दी कि एक ऑपरेशन के बाद वह ठीक हो जाएगा। फिर उसे शाम साढ़े चार बजे ऑपरेशन थिएटर ले जाया गया। जब अमित ऑपरेशन थिएटर के अंदर गया तो वह पिता रिंकू से कह रहा था कि पापा आप चिंता मत करो, मैं ठीक हूं। कुछ देर बाद डॉक्टरों ने बाहर आकर बताया कि उसकी हालत गंभीर है। उसे स्कीम नंबर 78 स्थित दूसरे राजश्री अपोलो अस्पताल रैफर कर दिया। यहां आईसीयू में उसका इलाज चला, फिर डॉक्टरों ने उसकी मौत की खबर दी। इसके बाद परिजनों ने जमकर हंगामा किया और इलाज करने वाले डॉक्टरों पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए कहा कि ऑपरेशन से पहले उसे बेहोश करने के लिए अधिक एनेस्थिसिया दे दिया गया था, जिससे उसकी मौत हो गई। अमित इकलौता बेटा था। उसकी दो छोटी बहनें हैं। पिता होटल में नौकरी करते हैं।
रात डेढ़ बजे कलेक्टर से मिलने पहुंचे परिजन
अमित की मौत के बाद पिता रिंकू और अन्य परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल था। वे किसी भी कीमत पर लापरवाह डॉक्टरों को उनकी लापरवाही के लिए कानूनी सजा देने की ठान चुके थे। वे रात डेढ़ बजे कलेक्टर इलैया राजा के बंगले पर पहुंचे। कलेक्टर अमित के परिजनों के बंगले पर आने की सूचना के तुरंत बाद उनसे मिलने बंगले के बाहर आए। उन्होंने अमित के परिजन की पूरी बात सुनी और तुरंत स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों से फोन पर चर्चा की। साथ ही आदेश दिए कि अमित के पोस्टमार्टम के दौरान एक कमेटी मच्र्यूरी में रहेगी, जो आगे की जांच भी करेगी। अगर अमित की मौत लापरवाही से हुई है तो डॉक्टरों पर कार्रवाई की जाएगी। कलेक्टर के बंगले पर लगी भीड़ की सूचना जैसे ही पुलिस को लगी तो भारी पुलिस बल मौके पर तैनात हो गया।
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