कोटा (Quota)। राजस्थान के कोटा को शिक्षा की काशी कहा जाता है, लेकिन गुरुवार देर रात को एक और कोचिंग छात्र ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। मृतक छात्र मनीष प्रजापति (Student Manish Prajapati) उत्तर प्रदेश के आजमगढ़ (Azamgarh) का रहने वाला था। वह कोटा में छह महीने से जेईई (JEE) की कोचिंग कर रहा था। जवाहर नगर थाना इलाके के महावीर नगर फर्स्ट में हॉस्टल की पांचवी मंजिल पर रह रहा था। एक सप्ताह में ही तीन स्टूडेंट्स ने कोटा में खुदकुशी कर ली है, जबकि इस साल अब तक 20 अपनी जान दे चुके हैं।
पुलिस से मिली जानकारी में सामने आया कि गुरुवार को ही छात्र मनीष के पिता उससे मिलकर निकले थे। रात को उन्होंने हॉस्टल के केयरटेकर को कॉल करके बेटे से बात करवाने के लिए कहा था। जब केयर टेकर कमरे में पहुंचा तो छात्र ने गेट नहीं खोला। जिसके बाद हॉस्टल संचालक को इसकी जानकारी दी गई। हॉस्टल संचालक के कहने पर केयरटेकर ने रोशनदान से देखा तो छात्र फंदे से लटका हुआ था मिला। छात्र ने बेडशीट से फंदा लगाया था। इसके बाद पुलिस को सूचना दी गई। पुलिस ने दरवाजा तोड़कर छात्र के शव को बाहर निकाला गया और मोर्चरी में रखवाया है।
कोटा में हर महीने 2-3 स्टूडेंट आत्महत्या कर रेह हैं। 2023 में अगस्त के पहले सप्ताह तक कुल 20 छात्रों ने सुसाइड कर लिया है। वहीं अगस्त महीने में ही खुदकुशी के तीन मामले सामने आए हैं। खुदकुशी करने वाले अधिकतर स्टूडेंट्स की उम्र 15-20 वर्ष है। हालांकि इस महीने मनजोत नाम के छात्र की मौत को लेकर परिजन हत्या की आशंका जाता रहे हैं। लेकिन पुलिस की इन्वेस्टीगेशन में अब तक सुसाइड ही सामने आया है। ऐसे में जिला प्रशासन के लिए अब छात्रों के आत्महत्या को रोकना चैलेंज साबित हो गया है।
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